डिप्टी सीएम ने दी करोड़ों के कार्यों को हरी झंडी, नौकरियां ही नौकरियां आएंगी, रीवा में ऐसे ऐसे होंगे काम कि जानकर हो जाएंगे हैरान

रीवा में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पंख लगने वाले हैं। संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी रीवा वालों की जान तो बचाएगा ही साथ में नौकरियां और रोजगार भी देगा। यहां स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर वह सब होगा जो भोपाल इंदौर में है। भोपाल की तर्ज पर एमरजेंसी मेडिसिन यूनिट चलेगी। सुपर स्पेशलिटी की नई बिल्डिंग 26 करोड़ से बनेगी। 41 करोड़ से हाईटेक ओपीडी बनेगी। 30 करोड़ डॉक्टरों के क्वार्टर पर खर्च होंगे। सस्ती दवाइयां, कैंसर यूनिट सब खुलेगा। सुपर में नई भर्तियों को भी डिप्टी सीएम ने हरी झंडी दे दी है।

डिप्टी सीएम ने दी करोड़ों के कार्यों को हरी झंडी, नौकरियां ही नौकरियां आएंगी, रीवा में ऐसे ऐसे होंगे काम कि जानकर हो जाएंगे हैरान

मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुई सामान्य परिषद की बैठक में 20 एजेंडें पास
कई प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे गए भोपाल
रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में चार साल बाद सामान्य परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल मौजूद रहे। इसके आयुक्त चिकित्सा शिक्षा तरूण पिथोड़े, कमिश्नर रीवा संभाग गोपालचन्द्र डॉड, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, अध्यक्ष नगर निगम श्री व्यंकटेश पाण्डेय अलावा डीन डॉ मनोज इंदूरकर, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, डॉ अक्षय श्रीवास्तव, डॉ नरेश बजाज सहित अन्य मौजूद रहे। बैठक में 21 एजेंडों को चर्चा के लिए रखा गया। इसमें 20 एजेंडों में कईयों को पास कर दिया गया। वहीं कुछ एजेंडे भोपाल से स्वीकृति लायक थे। जिन्हें भोपाल प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा गया। वहीं एक एजेंडा फेल हो गया। नए सिरे से प्रस्ताव बनाने के लिए कहा गया है। सामान्य परिषद की बैठक में लिए गए फैसले आने वाले 25 सालों के हिसाब से लिए गए हैं। भोपाल, इंदौर सहित अन्य बड़े शहरों में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में से जो भी बेहतर है। उसे यहां पर लाने का प्रयास किया जाएगा। बड़े कार्यों को डिप्टी सीएम ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
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यह सारे काम होंगे, हरी झंडी मिली
- 55 आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी
- सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पैरा मेडिकल के लिए नियमित 36 पदों की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। इसकी भर्ती प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होगी।
- एमडी एनस्थीसिया के 6 माह के प्रशिक्षण के लिए दो चिकित्सकों को भेजा जाएगा ताकि कार्डियक एनस्थीसिया में वह मदद कर सके।
- सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में डीएम व एमसीएच के पाठ्यक्रम प्रारंभ होंगे जिससे यहाँ से निकलने वाले चिक्तिसक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे सकें।
- प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र व मध्यप्रदेश जन औषधि के माध्यम से दवाईयों का क्रय हो जिससे वह सस्ती मिले। औषधियों की आपूर्ति मध्यप्रदेश हेल्थ कार्पोरेशन से की जाएगी।
- चिकित्सकों को समय पर इन्सेंटिव मिलेगा।
- नर्सिंग कालेज भवन निर्माण के कार्य को शीघ्र प्रारंभ होगा।
- संजय गांधी अस्पताल में दो बड़ी व दो छोटी लिफ्ट स्थापना के साथ ही सिंगल ब्लड सेपरेशन मशीन लगाने का अनुमोदन किया गया।
- अस्पताल के प्रत्येक फ्लोर में हेल्पडेस्क की स्थापना की जाएगी।
- अस्पताल के भर्ती काउंटर बढ़ाए जाएंगे।
- 25 वर्षों की आवश्यकताओं के अनुसार मास्टर प्लान बनाकर शासन स्तर को प्रेषित किया जाएगा।
- कैंसर यूनिट व मदर चाइल्ड यूनिट स्थापना की जाएगी।
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यह सारे प्रस्ताव शासन के पास भेजे जाएंगे
सीटी मशीन के क्रय करने, विभिन्न आवश्यक संसाधनों एवं उपकरणों की पूर्ति हेतु प्रस्ताव शासन स्तर को प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए गए। नाक, कान, गला विभाग में जांच उपकरण क्रय करने सहित मानसिक रोग विभाग में नशामुक्ति केन्द्र की स्थापना के लिए राशि की स्वीकृति व सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियालॉजी विभाग में डीएचयू यूनिट प्रांरभ करने की स्वीकृति का प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में मानसिक रोग विभाग का उन्नयन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर किए जाने हेतु दो सौ करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन स्तर को प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए गए।