नि:शुल्क जांच अभियान का डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ, जानिए कैसे मिलेगा आपको यह लाभ

रीवा जिले में 9 मार्च से 22 मार्च तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले भर में नि:शुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर आयोजित करके एक लाख व्यक्तियों की जांच की जाएगी। इसका शुभारंभ श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के सभागार में डिप्टी सीएम ने शुक्रवार को किया। पहले चरण में 1 लाख लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। हर ग्राम पंचायत से 20 महिला और 20 पुरुषों की जांच की जाएगी।

नि:शुल्क जांच अभियान का डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ, जानिए कैसे मिलेगा आपको यह लाभ
नि:शुल्क जांच अभियान का डिप्टी सीएम ने किया शुभारंभ

9 मार्च से 22 मार्च तक चलेगा यह अभियान
रीवा। अभियान के शुभारंभ अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा हर क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। यहाँ अप्रैल माह तक हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। विकसित के साथ-साथ स्वस्थ और खुशहाल रीवा के संकल्प को पूरा करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की जाँच अवश्य कराए। नियमित रूप से स्वास्थ्य की जाँच कराने पर शरीर में रोगों के प्रकोप, पोषक तत्वों की कमी, शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता आदि की जानकारी हो जाती है। जाँच कराने से यदि किसी बड़े रोग के भी लक्षण पता चलते हैं तो समय पर उपचार से उससे पूरी तरह से बचाव हो जाता है। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क स्वास्थ्य जाँच का अभियान मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा संजीवनी केन्द्रों में 22 मार्च तक जारी रहेगा। प्रशासन ने इसके लिए बहुत अच्छी तैयारी की है। इन शिविरों में जो जाँचें की जाएंगी उन्हें बाजार से कराने में लगभग 1500 रुपए का खर्च आता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में दी जा रही सुविधाओं के कारण नेशनल हेल्थ मिशन के तहत रीवा जिले में सभी जाँचे नि:शुल्क की जाएंगी। जिले की जनता को लगभग 140 करोड़ रुपए खर्च करके जिन जांचों की सुविधा मिलेगी, उन्हें शिविरों के माध्यम से नि:शुल्क दिया जा रहा है। वृहद स्वास्थ्य शिविर बहुत पवित्र अभियान है। इसे मिशन की भावना से हम पूरा करेंगे।

समय पर रोगों का पता चले तो वह ठीक हो सकते हैं
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान मुख्य रूप से असंचारी रोगों की जाँच के लिए है। इन रोगों का उपचार दवाओं और अपनी जीवनशैली में सुधार से सरलता से हो जाता है। ह्मदय रोग, डायबिटीज, खून की कमी, किडनी के रोग, लीवर के रोग, जोड़ों का दर्द जैसे रोग समय पर पता होने पर आसानी से ठीक हो सकते हैं। हर व्यक्ति इन शिविरों में अपनी जाँच कराए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाई लें। उचित व्यायाम, प्राणायाम, योगाभ्यास करे जिससे स्वास्थ्य की रक्षा हो। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के अभाव में हम कई बार गंभीर रोगों का शिकार हो जाते हैं। हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे। निरोगी काया ही सबसे बड़ा उपहार है। समारोह में मेडिकल कालेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर ने अभियान के उद्देश्यों की जानकारी दी। डॉ अंशुमान शर्मा ने वृहद जाँच शिविरों की संपूर्ण व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी दी। समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, जिला पंचायत सदस्य गुलबसिया देवी, नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे, डॉ राहुल मिश्रा, डॉ सुनील अवस्थी, मेडिकल स्टूडेंट, नर्सेस तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। शिविर का समापन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ।


जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं उनका इलाज हम कराएंगे: सांसद
समारोह में सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि हाल ही में आयोजित कैंसर शिविर से लगभग दो सौ लोगों को जीवनदान मिला है। शिविर में जो रोगी चिन्हित किए गए उनका आयुष्मान कार्ड से उपचार कराया जाएगा। जिनके पास कार्ड नहीं है उनके उपचार की व्यवस्था हम करेंगे। वृहद स्वास्थ्य रक्षा शिविर से हजारों रोगियों को लाभ मिलेगा। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल की विशेष पहल पर रीवा जिले में जन कल्याण के इस प्रयास का जनता को बहुत लाभ होगा। इसका पुण्य श्री शुक्ल को अवश्य मिलेगा।
समारोह में विधायक त्योंथर श्री सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सजग रहे। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल का विकास का जो विजन है उसका लाभ पूरे विन्ध्य को मिल रहा है।


10 दिन चलेगा यह नि:शुल्क जांच अभियान
समारोह में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर लगाकर 20 महिलाओं तथा 20 पुरूषों की जाँच की जाएगी। अभियान के दौरान की गई जाँचों के परिणामों का विश्लेषण करके जिले में किस क्षेत्र में किस रोग का प्रकोप है इसकी जानकारी तैयार की जाएगी। उसके अनुरूप व्यक्तियों के उपचार तथा जीवन शैली में परिवर्तन के प्रयास किए जाएंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, नगरीय निकाय तथा ग्रामीण विकास विभाग की टीमें मिलकर कार्य करेंगी। अभियान से प्राप्त नमूनों की जाँच चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा की जाएगी। जिले में 10 दिन का अभियान स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।