बिना मास्टर प्लान के बढ़ रहा डिप्टी सीएम का शहर, अब तक नहीं हुआ पास
रीवा से विधायक राजेन्द्र शुक्ल प्रदेश के डिप्टी सीएम हैं। उनकी उंगलियों के इशारे पर पूरा प्रदेश का सिस्टम चल रहा है लेकिन उनके शहर का ही मास्टर प्लान फाइनल नहीं हो पा रहा। बिना मास्टर प्लान के ही शहर का विकास हो रहा है। लोग परेशान हैं लेकिन फाइल भोपाल में धूल खा रही है। मास्टर प्लान स्वीकृत नहीं होने से लोगों के घर, दुकान, मकान और व्यावसायिक संस्थानों की नींव नहीं पड़ पा रही। करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा।
मास्टर प्लान 2035 तैयार कर स्वीकृति के लिए भोपाल भेजा जा चुका है प्रस्ताव
रीवा। रीवा का विकास तेजी से हुआ। नई सड़कें बनी। कृषि भूमियां खत्म हो गई लेकिन अब भी वही पुरानी स्थिति बनी हुई है। मास्टर प्लान 2021 से ही काम चल रहा है। रीवा विकास योजना 2035 को लेकर किसानों ने आपत्ति जताई थी। विकास योजना में जो भी कार्य शामिल किए गए थे। उन्हें औचित्यहीन करार दिया था। इसके अलावा मास्टर प्लान का जो प्रकाशन किया गया था। उस पर भी सवाल खड़े किए गए थे। दावा आपत्ति के लिए कम समय दिए जाने की बात कही गई थी। नए सिरे से मास्टर प्लान 2035 को बनाए जाने की मांग की थी। मास्टर प्लान को लागू करने के पहले ही उसे कुछ दिनों के लिए होल्ड कर दिया गया था। विरोध के कारण बाद में टाउन एंड कंट्री प्लान ने मास्टर प्लान 2035 का फिर से प्रकाशन कराया। लोगों से दावा आपत्तियां मांग। दवा आपत्तियों के निराकरण और मास्टर प्लान 2035 की स्वीकृति के लिए फाइनल तैयार कर टाउन एंड कंट्री प्लान ने भोपाल भेज दी। साल गुजर गए लेकिन मंत्रालय से नए प्लान पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।
इन पर जताई गई थी आपत्ति
रीवा विकास योजना 2035 रीवा में विकास क्षेत्र की सीमाएं उत्तर में करहिया, अटरिया एमढी, किटवरिया, अजगरहा, उमरिहा, सिरखिनी परहित, बरा, बराकोठार, इटौरा, पैपखार ,भाटी । पूर्व में रतेहरा, पैपखार, बेलहा वृत्त, सोनौरा, पुरैना , कोष्टा, भुणडहा, जिवला, गडरिया , जोरी । दक्षिण में चोरहटा वृत्त, चोरहटी, खोभर, बाबूपुर , दोही ,नीगा ,खैरा पडरा सुआरन टोला , खैरी ,गोडहर, रमकुई, अमरैया, तुरकहा , दुआरी, मैदानी, बिडवा, देवारथ, केमार कुल 48 गांव को भी नगर निगम क्षेत्र में शामिल किए जाने का प्रस्ताव रखा है । इसका विरोध किया गया।
इन सड़कों के चौड़ीकरण का प्लान
रीवा शहर की सड़कें वाहनों के दबाव और क्षमता के हिसाब से पर्याप्त चौड़ी हैं। इनमें से मुख्य सड़कों का चौड़ीकरण नहीं किया जाएगा। मास्टर प्लान में सिर्फ कुछ सड़कों की ही चौड़ाई प्रस्तावित की गई हैं। इसमें स्टेच्यू चौराहा से एसके स्कूल 9 मीटर से 12 मीटर, मछरिहा दरवाजा से किला मुख्य द्वार 9 से 12 मीटर, घोघर स्कूल से एसके स्कूल तक 9 से 12 मीटर, चुनहाई कुंआ से रानीतालाब होकर बिछिया पुल तक 15 से 18 मीटर, बिछिया नदी पुल से लक्ष्मण बाग मंदिर तक 15 से 18 मीटर,पुराना गल्ला मंडी मार्ग 15 से 18 मीटर शामिल हैं। फिलहाल इन पर फैसला शासन से स्वीकृति के बाद ही हो पाएगा।
नए प्लान में कई चीजें बदल जाएंगी
मास्टर प्लान 2035 को गूगल मैप के हिसाब से तैयार किया गया है। इसके कारण अव्यवस्थित बसे रीवा के लोगों को अब नए प्लान के कारण परेशानी उठानी पड़ सकती है। नए मास्टर प्लान में कामर्सियल और रेसिडेंसियल का पेंच फंस रहा है। कृषि भूमि और औद्योगिक क्षेत्र में भी बदलाव हो रहा है। यही वजह है कि कई लोग नए मास्टर प्लान को लेकर असमंजस में हैं। जो लोग अपने निजी भूमि पर कामर्सियल काम शुरू करना चाहते हैं। वह नए मास्टर प्लान में फंस रहे हैं। यही वजह है कि उन्हें स्वीकृतियां नहीं मिल रही हैं।
नगर निगम नहीं रहा है स्वीकृति
नए मास्टर प्लॉन 2035 को लागू नहीं किया गया है। आसपास के कई जिलों का मास्टर प्लान पास हो चुका है। चाकघाट का मास्टर प्लान तक पास हो चुका है लेकिन रीवा का मामला लटका हुआ है। रीवा में कई लोग इसी मास्टर प्लान का इंतजार कर रहे हैं। लोगों को नए निर्माण कार्य कराने हैं लेकिन मास्टर प्लान के कारण उन्हें नगर निगम से स्वीकृतियां नहीं मिल पा रही हैं। करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट इसी वजह से लटके हुए हैं। मास्टर प्लान 2021 के अनुसार ही अभी तक स्वीकृतियां मिल रही है। तीन साल मास्टर प्लान का खत्म हुए हो गए हैं लेकिन नए का इंतजार खत्म नहीं हो पा रहा है।