सीधी में घिनौना कृत्य, स्कॉलरशिप का लालच देकर कॉलेज की 7 छात्राओं से दुष्कर्म, एसआईटी करेगी जांच
पेशाब कांड के बाद सीधी फिर सुर्खियों में है। इस मर्तबा सीधी में ऐसा कृत्य किया गया जो शर्मनाक है। कॉलेज में पढऩे वाली 7 आदिवासी छात्राओं को स्कालरशिप दिलाने के नाम पर दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। मामला सामने आने के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।
स्कॉलरशिप देने का लालच देकर बुलाते थे
छात्राओं का नंबर कॉलेज के वाट्सएप ग्रुप से निकालते थे
सीधी। जिले में सरकारी कॉलेज की 7 छात्राओं से दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना की जांच एसआईटी (स्पेशल टास्क फोर्स) से कराने का आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस घटना के बारे में कहा है कि सीधी जिले के मझौली थाना में आदिवासी छात्राओं से स्कॉलरशिप देने का लालच देकर गलत कार्य करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ऐसा निंदनीय कार्य करने वाले समाज के दुश्मन हैं, आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने और ठोस साक्ष्य संकलित करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जो संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।
ये है मामला
आरोपी कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से छात्राओं के नंबर निकालते थे। इसके बाद मैजिक वॉइस ऐप के जरिए आवाज बदलकर रंजना मैम बनकर बात करते थे। स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर झांसा देकर लड़कियों को अपने पास बुलाते थे। बाइक से सुनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देते थे।
आईजी ने बताया 4 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
आईजी महेंद्र सिकरवार ने मीडिया को बताया कि दुष्कर्म की घटना में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने सात छात्राओं के साथ दुष्कर्म करने की घटना को कबूल किया है, जिसमें से एक अभी नाबालिग है। आरोपियों के कब्जे से 16 मोबाइल फोन जप्त किए गए हैं। इनकी पड़ताल की जा रही है। हर छात्रा को बुलाने के लिए अलग फोन और सिम का इस्तेमाल आरोपी करते थे। आईजी महेंद्र सिकरवार ने कहा कि घटना की जांच पड़ताल जारी है। अभी आगे जो तथ्य सामने आएंगे, उनकी जानकारी दी जाएगी आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है।