जनपद सीईओ 5 लाख की रिश्वत लेते हुए ट्रेप
लोकायुक्त के सिंकजे में फिर एक लोक सेवक फंस गया। जनपद पंचायत सीईओ 5 लाख की रिश्वत लेते इंदौर लोकायुक्त के पकड़ में आया है। सीईओ पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
INDORE। प्रभारी सचिव अंजनगांव के सुनील ब्राम्हणे ने शिकायत लोकायुक्त इंदौर से की थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि सीईओ जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी सेंधवा रविकांत उइके उनसे पांच लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। शिकायत की जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि सचिव को नोटिस जारी किया गया था। मनरेगा एक्ट 92 के तहत प्रकरण इनके खिलाफ दर्ज कर डराया जा रहा था। सचिव को बोला गया कि मनरेगा में जो उन्होंने गड़बड़ी की है कि उसके खिलाफ कार्रवाई कर सेवा समाप्त कर दी जाएगी। एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इससे बचने के लिए पांच लाख रुपए मांगे गए थे। यही राशि लेते हुए सीईओ को लोकायुक्त इंदौर ने ट्रेप किया है। रिश्वत की राशि लेकर सीईओ ने सचिव को कार्यालय बुलाया था। कार्यालय पहुंचते ही उनका कर्मचारी राकेश पवार आया। राकेश पवार को सीईओ ने कहा कि यह कोई सामान दे रहे हैं। उसे गाड़ी में रखवा दों। रिश्वत की राशि जैसे ही गाड़ी में रखी। तभी लोकायुक्त की टीम ने दबिश दे दी। पांच लाख रुपए जब्त कर सीईओ जिला पंचायत सेंधवा को गिरफ्तार कर लिया। इसकी जानकारी लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने दी।