जिला शिक्षा अधिकारी ने किया स्कूल का निरीक्षण, नदारत मिले शिक्षक
जिला शिक्षा अधिकारी रीवा ने बुधवार को मऊगंज जिला अंतर्गत एक स्कूल का दोपहर 1:55 पर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यहां पदस्थ प्राथमिक शिक्षक स्कूल से नदारत पाए गए। रजिस्टर में हस्ताक्षर करने का के बाद संकुल जाने की जानकारी देकर स्कूल से गायब हो गए। डीईओ ने जब संकुल से जानकारी मांगी तो वहां भी उनकी उपस्थिति नहीं पाई गई। इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
मऊगंज । मिली जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी गंगा प्रसाद उपाध्याय बुधवार की दोपहर 1.55 पर शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पनिगवां जिला मऊगंज पहुंचे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में पांच शिक्षकों में से श्रीकांत द्विवेदी प्राथमिक शिक्षक नदारत मिले। रजिस्टर पर हालांकि उनका हस्ताक्षर पाया गया लेकिन स्कूल में वह नहीं मिले। शिक्षकों ने बताया कि वह संकुल गए हैं। जब डीईओ ने संकुल प्राचार्य से फोन पर चर्चा की तो पता चला कि वहां से भी उन्हें नहीं बुलाया गया है। संकुल में भी शिक्षक नहीं है। इसके अलावा स्कूल में काफी कम उपस्थिति मिली। पहली से आठवीं तक 155 छात्र दर्ज हैं लेकिन उपस्थिति संख्या केवल 41 रही। संस्था में पदस्थ एकमात्र माध्यमिक शिक्षक महावीर गिरी है। यह स्कूल के दायित्व का निर्वहन नहीं करना चाहते। नियमानुसार इनके पास ही प्रधानाध्यापक का प्रभार होना चाहिए लेकिन इन्होंने जिम्मेदारी से बचने के लिए प्राथमिक शिक्षक श्रीकांत द्विवेदी को प्रभार सौंप दिया है। श्रीकांत गिरी सिर्फ इस विद्यालय से ही नदारत नहीं रहते। वह शिक्षकीय कार्य भी नहीं करते। यही वजह है कि जब पंचम कालखंड के दौरान अध्यापन कार्य का डीईओ ने निरीक्षण किया तो कई खामियां सामने आ गई। श्रीकांत गिरी जिन विषयों को स्कूल में पढ़ाते हैं। उनमें सामाजिक विज्ञान अंग्रेजी संस्कृत शामिल है। जानकारी लेने पर पता चला कि श्रीकांत गिरी बहुत कम पढ़ाते हैं। छात्रों को दिए जाने वाले गृह कार्य की भी जांच की गई। गृह कार्य भी चेक नहीं मिला। ना ही मासिक मूल्यांकन पाया गया। श्रीकांत गिरी द्वारा शिक्षक दैनंदनी का भी संधारण नहीं पाया गया। शैक्षणिक कार्य के प्रति डीईओ ने इसे घोर लापरवाही मानी। अनुशासनहीनता माना। विद्यालय के किसी शिक्षक के पास डायरी नहीं पाई गई। विद्यालय के छात्रों का शैक्षणिक स्तर अत्याधिक न्यून पाया गया। श्री गिरी को निर्देशित किया गया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक का दायित्व का निर्वहन करें। वहीं नदारत शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।