update News सफाई कर्मचारी डिलिवरी के बाद ब्लीडिंग होने पर रोक रही थी

संजय गांधी अस्पताल के गायनी विभाग का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें सफाई कर्मचारी डिलिवरी कराते हुए नजर आ रही थी। दरअसल अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में जानकारी दी है कि डॉक्टरों ने ही महिला की डिलिवरी कराई थी। इसके बाद ब्लीडिंग रोकने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया था। सफाई कर्मचारियों से डिलिवरी कराने जैसा काम नहीं लिया जाता। डॉक्टर की गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी कराते हैं।

update News सफाई कर्मचारी डिलिवरी के बाद ब्लीडिंग होने पर रोक रही थी

रीवा। ज्ञात हो कि गांधी मेमोरियल अस्पताल के गायनी विभाग का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें सफाई कर्मचारी को डिलिवरी कराते हुए बताया गया था। हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का पक्ष सामने आ गया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि डॉक्टरों ने ही महिला की डिलिवरी कराई थी। डिलिवरी कराने के बाद महिला की ब्लीडिंग हो रही थी। उसे रोकने के लिए कर्मचारियों को लगाया गया था। संजय गांधी अस्पताल में हर दिन 17 से 18 सीजर आपरेशन होते हैं। यहां पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ बेहतर सेवाएं दे रही हैं। यही वजह है कि मरीज सीधे गांधी स्मृति चिकित्सालय को ही प्राथमिकता देती हैं। यहां हर दिन दो दर्जन से अधिक नार्मल डिलिवरी कराई जाती है। यहां वर्क लोड अधिक होता है। जिस महिला की डिलिवरी सफाई कर्मचारी के द्वारा कराए जाने की बात सामने आ रही है। उसकी डिलिवरी डॉक्टरों के कराए जाने के बाद ब्लीडिंग अधिक होने पर ही नर्स और कर्मचारियों का सहारा लिया गया था। उस दौरान लेबर रूम में डॉक्टर मौजूद थे और मरीज के इलाज में ही लगे हुए थे।