मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने डोल नगाड़े की धुन पर जमकर नाचा, जानिए क्या है वजह
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने शनिवार को कॉलेज परिसर में जमकर जश्न मनाया। डोल नगाड़े कि धुन पर जमकर नाचे। डॉक्टरों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। यह जश्न सरकार के फैसले को लेकर मनाया जा रहा था। कैबिनेट में डीएसीपी बिल पास होते ही डॉक्टरों की बल्ले बल्ले हो गई है।
Rewa। चिकित्सक संघ लगाकर चिकित्सकों के हक की लड़ाई लड़ रहा था। वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहा था। कई मर्तबा प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन भी किया गया। डॉक्टरों की मांग अब जाकर पूरी हुई है। शनिवार को कैबिनेट की बैठक में डॉक्टरों की डीएसीपी बिल पास कर दिया गया है। डायनामिक स्टोर्ड करियर प्रोग्रेस की मांग पूरी होते ही सभी चिकित्सा शिक्षा विभाग में जश्न का महौल है। इसकी खुशी श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में भी देखने को मिली। कैबिनेट में बिल पास होने के बाद श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के बाहर डॉक्टरों ने जमकर खुशियां मनाई। डोल नगाड़े बुला लिए गए। उनकी धुन पर सभी ने जमकर डांस किया।
डॉक्टरों को अब क्या फायदा होगा
वहीं पिछले दिनों चिकित्सकों के द्वारा की गई मांगों को भी कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई है। डीएसीपी व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसके लिए कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। साथ ही एमबीबीएस के 5 साल की सेवा अवधि पूरी करने पर 8000 रुपए वेतनमान का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। 10 वर्ष की सेवा अवधि पूरी करने पर 9000 रुपए वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। 15 वर्ष की सेवा अवधि पूरी करने पर 10000 रुपए वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। जबकि 20 वर्ष की सेवा अवधि पूरी करने पर 20000 रुपए वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रदर्शक और ट्यूटर जो एमबीबीएस चिकित्सक है, उनकी सेवा अवधि को 3, 7 और 14 वर्ष की सेवा पूरी होने पर 8, 9, 10 हजार का वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। डीएसीपी बिल पास होने से कॉलेज में बिना पद के भी चिकित्सकों को प्रमोशन का आर्थिक लाभ मिल पाएगा।
6 नए कॉलेजों को भी मिली मंजूरी
कैबिनेट की बैठक में प्रदेश में 6 नए कॉलेजों को भी खोलने की मंजूरी मिली है। इनमें 240 नए पद भरे जाएंगे। ये कॉलेज उमरिया के बिलासपुर, भरेवा, नरसिंहपुर के सालीचौका, नर्मदापुरम के शिवपुर, सीहोर के चकल्दी, हरदा के रेहटगांव में खुलेंगे। इन्हें भी कैबिनेट में मंजूरी दी गई है।