संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टरों का रास्ता बंद, न्यू डॉक्टर कालोनी के रास्ते पर पेट्रोल पंप संचालक ने गिरवा दिया मलवा

25 साल पुराने रास्ते पर पेट्रोल पंप संचालक ने कब्जा जमा लिया है। डॉक्टरों के आने जाने का रास्ता बंद कर दिया है। सड़क को मलवा डालकर बंद कर दिया है। परेशान डॉक्टरों ने कमिश्नर से मिलकर समस्या सुनवाई। कमिश्नर ने जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टरों का रास्ता बंद,  न्यू डॉक्टर कालोनी के रास्ते पर पेट्रोल पंप संचालक ने गिरवा दिया मलवा

रीवा। ज्ञात हो कि धोबिया टंकी से पीटीएस मार्ग पर ही श्याम शाह मेडिकल कॉलेज की न्यू डॉक्टर कालोनी बनी हुई है। यह कालोनी वर्ष 1998 में स्थापित हुई थी। तब से अब तक इस कालोनी से अस्पताल तक आने जाने का रास्ता पेट्रोल पंप के बगल से ही था। इस रास्ते पर ही अब कब्जा कर लिया गया है। श्रेया पेट्रोल पंप के संचालक ने रास्ते पर ही दावेदारी कर दी है। अब न्यू डॉक्टर कालोनी के लोग गेट के अंदर ही कैद होकर रह गए है। बच्चों और महिलाओं के सामने आने जाने की समस्या खड़ी हो गई है। रास्ता बंद होने से प्रभावित डॉक्टरों ने मंगलवार को डीन डॉ मनोज इंदूलकर से मुलाकात की। उन्हेंने समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। इसके बाद डीन के ही नेतृत्व में सभी कमिश्नर रीवा संभाग रीवा से भी मिलने पहुंचे। कमिश्नर को भी बंद रास्ते को खुलवाने की मांग का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ मनोज इंदूलकर, डीन, डॉ अतुल झा, डॉ लोकेश त्रिपाठी, डॉ संदीप सिंह, डॉ अभयराज यादव, डॉ प्रियंका पांचोली, डॉ जूनैर शेख, डॉ अर्जुन सिंह परमार, डॉ मनोज सक्सेना, डॉ रवि सिंह आदि डॉक्टरों मौजूद रहे। डॉक्टरों ने कमिश्नर से कहा कि जब से कालोनी बनी है। तब से इस रास्ते का उपयोग किया जा रहा है। अचानक रास्ता बंद किए जाने से लोगों को परेशानियां हो रही है। कमिश्नर ने एडीएम को फोन पर ही जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर से मिलने के बाद डॉक्टर एडीएम के पास भी गए। उनके सामने भी समस्या रखी। एडीएम ने तहसीलदार को जांच कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
93 मकान और 400 लोग हो गए कैद
श्रेया पेट्रोल पंप संचालक के रास्ता बंद किए जाने से श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के करीब 93 डॉक्टर कालोनी में कैद होकर रह गए हैं। उनके परिवार के सदस्यों को जोड़ दें तो यह संख्या करीब 400 तक पहुंच जाती है। बच्चे और महिलाओं के आने जाने का भी रास्ता यही था। मुख्य मार्ग से पेट्रोल पंप के बगल वाला रास्ता आसान और पास था। इसे ही बंद कर दिया गया है। इससे अब महिला डॉक्टरों की भी परेशानियां बढ़ गई हैं। कालोनी का गेट पूरी तरह से मलवा डाले जाने के कारण बंद हो गया है।
सबसे बड़ी यह है परेशानी
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के पास सबसे बड़ी परेशानी जमीन का नामांतरण और सीमांकन न होना है। मेडिकल कॉलेज की जमीन कहां और कितनी है, इसका रिकार्ड ही नहीं है। यही वजह है कि इसकी परेशानियां अब स्टाफ उठा रहा है। कई एकड़ भूमि अवैध कब्जे की भेंट चढ़ गई। इसके बाद भी प्रबंधन होश में नहीं आ रहा है।