पॉलीटेक्निक प्राचार्य पर गिरी गाज, हटाए गए डॉ अशोक अवस्थी
शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य पर गाज गिर गई है। मप्र शासन ने प्रभारी प्राचार्य डॉ अशोक अवस्थी को हटा दिया है। उनकी जगह महाविद्यालय की वरिष्ठ व्याख्याता निशा पाण्डेय को प्राचार्य का प्रभार सौंपा गया है।
रीवा। ज्ञात हो कि महाविद्यालय में पिछले एक माह से आपस में ही खींचतान चल रही थी। महाविद्यालय के सभी शिक्षकों ने शासन स्तर पर प्राचार्य के विरुद्ध शिकायत की थी। वरिष्ठ शिक्षकों ने प्राचार्य पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था। शिकायत की जांच करने शासन ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। कमेटी में रीवा जीईसी प्राचार्य प्रो बीके अग्रवाल, प्रो आरपी तिवारी व प्रो एके दोहरे शामिल रहे। इस समिति ने दोनों पक्ष के बयान लेकर वरिष्ठ कार्यालय को भेज दिया था। जिसके आधार पर विभाग ने प्राचार्य बदलने का निर्णय लिया गया है। कार्यालय आयुक्त तकनीकी शिक्षा संचालनालय से 6 जुलाई को आदेश जारी हुआ था। आदेश में सिविल विभाग की वरिष्ठ व्याख्याता निशा पाण्डेय को महाविद्यालय का प्रशासनिक प्रभार सौंपा गया है।
छात्रों से भी उलझ गए थे
बताते हैं कि अशोक अवस्थी की मूल पदस्थापना शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय नौगांव में हंै, जहां से वह प्रतिनियुक्ति पर वर्ष 2017 में आये थे। अभी तक शासन ने इनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त नहीं की है। यदि आगामी दिवस में इनकी प्रतिनियुक्ति खत्म होती है तो श्री अवस्थी को वापस नौगांव जाना पड़ेगा। बता दें कि इनका कार्यकाल पिछले कुछ समय से काफी विवादित रहा है। करीब दो साल पहले महाविद्यालय के छात्रों से इनके उलझने का मामला सामने आया था। दूसरी तरफ शिक्षकों से भी इनकी पटरी नहीं बैठ रही थी।
कार्यप्रणाली पर उठते रहे सवाल
सूत्रों की माने तो सत्ताधारी विधायक की रिश्तेदारी का फायदा उठाकर श्री अवस्थी निरंतर वरिष्ठ शिक्षकों को मानसिक रुप से परेशान करते रहे। जबकि महाविद्यालय के लगभग सभी शिक्षक इनसे वरिष्ठ हैं। फिर भी शासन ने कनिष्ठ शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर यहां प्राचार्य बनाकर भेज दिया था। शासन का इस तरह सहयोग पाकर श्री अवस्थी कार्यप्रणाली भी बिगड़ती गई, जिसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ा।