शिक्षा विभाग का खेल: 10 लाख का अनुगूंज कार्यक्रम सिर्फ रीवा में ही गूंजा, 5 जिलों तक नहीं पहुंच पाई गूंज
जेडी लोक शिक्षण संचानालय का बड़ा खेल सामने आया है। भोपाल से संभाग स्तरीय अनुगंूज कार्यक्रम आयोजन करने का फरमान दिसंबर में जारी हुआ था। बजट भी 10 लाख जारी किया गया। इस अनुगंूज की गूंज सिर्फ रीवा तक ही सिमट कर रह गई। अन्य पांच जिलों के छात्रों की प्रतिभाओं को मौका ही नहीं दिया गया। इतना ही नहीं रीवा की ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों को भी इसमें शामिल नहीं किया गया। सिर्फ रीवा की चार स्कूलों के छात्रों को बुलाकर संभाग स्तरीय कार्यक्रम शुक्रवार को आयोजित किया जा रहा है।
सभी स्कूलों से प्रतिभाशाली छात्रों को इस कार्यक्रम में शामिल करने के थे निर्देश
सारा बजट गटकने रीवा शहर की चंद स्कूलों तक की सिमटा दिया कार्यक्रम
कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में होगा संभागस्तरीय कार्यक्रम
रीवा। आयुक्त ने छात्रों की प्रतिभा को निखारने निखार अभियान चलाया है। छात्रों को हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी शासन से मिले फंड को हजम करने के चक्कर में प्रतिभाओं को भी खत्म कर रहे हैं। ऐसा ही कमाल रीवा में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कर दिया है। लोक शिक्षण संचालनालय ने 16 दिसंबर 2024 को सभी संयुक्त संचालकों को पत्र जारी किया था। संभाग स्तरीय अनुगंूज कार्यक्रम के आदेश दिए गए थे। इसमें सभी जिलों के छात्रों को शामिल करना था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति और स्टीम शिक्षा पद्धति की अवधारणा के अनुसार कलाओं से शिक्षा को समृद्ध करने, कल्चर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने और विद्यार्थियों को हाई उच्च गुणवत्ता के सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभागिता का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से अनुगूंज कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश जारी किए गए। संयुक्त संचालक को इस कार्यक्रम के लिए बजट भी दिया गया। संयुक्त संचालक को रीवा संभाग के सभी 6 जिलों के स्कूलों के छात्रों को शामिल करना था। शुक्रवार 10 जनवरी को कार्यक्रम के निर्देश थे। इस कार्यक्रम की गुंज को ही जेडी लोक शिक्षण संचालनालय ने दबा दिया। छात्रों की प्रतिभाओं को निखरने का मौका ही नहीं दिया गया। अब यह गूंज सिर्फ रीवा के चंद स्कूलों के बीच ही गूंज कर रह जाएगी। रीवा शहर की स्कूलों के छात्रों को शामिल कर कार्यक्रम की इतिश्री करने का तानाबाना बुन लिया गया है। शुक्रवार को ऑडिटोरियम में संभागस्तरीय आयोजन किया जा रहा है।
परिवहन से लेकर आयोजन, भोजन तक का दिया गया बजट
लोक शिक्षण ने आयोजन और बजट के लिए भोपाल स्तर से किसी तरह की कमी नहीं छोड़ी। संचालनालय लोक शिक्षण से बजट उपलब्ध करा दिया गया है। इस राशि का उपयोग मेंटर्स के मानदेय, कास्ट्यूम, स्टेज, लाइट, प्राप्स, साउंड सिस्टम, भोजन, परिवहन आदि पर व्यय करना था। इतना ही नहीं रिहर्सल आदि के लिए प्रतिभागियों के आगमन, भोजन, स्वल्पाहार, सुरक्षा, टेंट आदि की व्यवस्था के भी निर्देश थे। हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अब सीधे संभाग स्तरीय आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग करने जा रहा है।
किसी एक शाला तक नहीं सिमटना था
लोक शिक्षण संचालनालय ने आदेश में स्पष्ट किया था कि अनुगंूज कार्यक्रम को एक शाला तक सिमट कर न रहे। अधिक से अधिक शालाओं के विद्यार्थियों को इसमें अवसर देने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि इसमें सिर्फ रीवा शहर के कुछ ही स्कूलों को शामिल किया गया। रीवा जिला के ही अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूली छात्रों तक को मौका नहीं दिया गया। रीवा संभाग में वर्तमान समय में 6 जिला हैं। मऊगंज नया जिला है। पड़ोसी जिलों के छात्रों की प्रतिभाओं को भी निखारने का मौका नहीं दिया गया।
रीवा शहर की इन स्कूलों को किया गया शामिल
हाल ही में संभाग स्तरीय प्रतियोगिता डाइट में आयोजित की गई थी। डाइट में रीवा के छात्रों ने खराब प्रदर्शन किया था। पड़ोस के जिलों के छात्रों ने हर विधा में बेहतर प्रदर्शन कर प्रथम स्थान अर्जित किया था। इसके बाद भी पड़ोसी जिलों के छात्रों को मौका नहीं दिया गया। उनके आने, जाने और खाने का खर्च हजम करने के लिए पूरी प्रक्रिया को ही पंगू बना दिया गया। रीवा जिला की चार स्कूलों के छात्रों को ही अनुगूंज कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इसमें पीके, एसके सहित अन्य स्कूलें शामिल हैं।
शाम 5 बजे कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में होगा आयोजित
लोक शिक्षण संचालनालय स्कूल शिक्षा विभाग मप्र के तत्वावधान में रीवा जिले के विभिन्न शासकीय विद्यालयों के छात्र छात्राओं द्वारा नाट्य एवं नृत्य संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम अनुगंूज का आयोजन 10 जनवरी को शाम 5 बजे से कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में किया जाएगा। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।