प्रभार दिए बिना ही गायब हो गए निर्वाचन पर्यवेक्षक, अब टूटेगा ताला, टीम बनाई गई
निर्वाचन पर्यवेक्षक रिटायरमेंट के बाद गायब हो गए। प्रभार भी नहीं सौंपा। आलमारी की चाबियां तक ले गए। किसी तरह के दस्तावेज तक नहीं दिए। अब निर्वाचन से जुड़ी जानकारियां ही नहीं मिल रही है। जिला निर्वाचन कार्यालय से निर्वाचन आयोग को जानकारी ही नहीं भेज पा रहे हैं। कई मर्तबा बीएन गौतम को बुलाया गया लेकिन वह नहीं आए। अब उनके आलमारी का ताला तोड़ा जाएगा। कमेटी बना दी गई है।
निर्वाचन पर्यवेक्षक की कारस्तानी ने कर दिया परेशान
पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई, आलमारी तोड़ी जाएगी
रीवा। जिला निर्वाचन शाखा में पदस्थ रहे निर्वाचन पर्यवेक्षक सहायक रिटायरमेंट के बाद गायब हो गए। प्रभार भी नहीं सौंपा। कक्ष और आलमारियों की चाबियां भी हैंडओव्हर नहीं की। इसके कारण विभागीय जानकारी निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराने में दिक्कतें हो रही थी। संबंधित को कई मर्तबा पत्राचार किया गया। इसके बाद भी प्रभार देने नहीं पहुंचे। ऐसे में उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी नस्तियां, अभिलेखों और आलमारियों की जांच के लिए कमेटी तय कर दी गई है। कमेटी के सामने ही आलमारियों का ताला तोड़कर दस्तावेज जब्त किए जाएंगे। इस पूरी कार्रवाई की बकायदा वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके बाद दस्तावेजों को जब्त कर सहायक अधीक्षक को प्रभार सौंप जाएगा।
यह कमेटी जब्त करेगी दस्तावेज
उप निर्वाचन अधिकारी ने दस्तावेजों को जब्त करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसी कमेटी के नेतृत्व में आलमारी का ताला तोड़कर सारे रिकार्ड जब्त किए जाएंगे और प्रभार सौंपा जाएगा। इस टीम में वरिष्ठ कोषालय अधिकारी कार्यालय से पुष्पा पुसाम सहायक कोषालय अधिकारी, उमाशंकर माझी अधीक्षक, वैद्यनाथ चतुर्वेदी सहायक अधीक्षक स्थानीय निर्वाचन कलेक्ट्रेट, हीरामणि तिवारी शाखा सहायक विभागीय जांच कलेक्ट्रेट, अभिराम मिश्रा शाखा सहायक स्थापना शाखा कलेक्ट्रेट जिला रीवा शामिल किए गए हैं।