बिजली ने रुलाना शुरू किया, 4 घंटे की अघोषित कटौती शुरू, शहर में भी मचा हाहाकार
गर्मी के दस्तक के साथ ही बिजली ने रुलाना शुरू कर दिया है। गांव में कटौती शुरू कर दी गई है। वहीं शहर में ट्रिपिंग की समस्या बढ़ गर्ठ है। करोड़ों रुपए के काम हुए लेकिन सब बेकार चला गया।

ग्रामीण क्षेत्रों में पानी और बिजली ने लोगों को किया परेशान
गर्मी में अघोषित कटौती छुड़ा रही पसीना, अभी और हालात होंगे बुरे
करोड़ों रुपए आरडीएसएस योजना के तहत खर्च हुए फिर भी यह हाल
रीवा। इस मर्तबा गर्मी ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है। तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। गर्मी आते ही विद्युत विभाग की कारस्तानी भी शुरू हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित कटौती शुरू कर दी गई है। इस कटौती से लोगों को बुरा हाल हो गया है। चार घंटे कटौती की जा रही है। कई ग्रामीण क्षेत्र जल संकट से भी जूझ रहे हैं। अब बिजली कटौती किए जाने से लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है। इतना ही नहीं खेतों में फसलों की कटाई और गहाई भी शुरू हो गई है। ऐसे में सिर्फ ग्रामीण ही नहीं किसानों को भी अघोषित कटौती ने परेशान करना शुरू कर दिया है।
शहर क्षेत्र में कभी भी गुल हो रही बिजली
रीवा शहर भी इस बिजली की समस्या से अछूता नहीं है। गर्मी शुरू होते और लोड बढ़ते ही पूरा सिस्टम फेल होने लगा है। कभी भी फीडर और सब स्टेशन फेल हो जाते हैं। शहरी क्षेत्र में लोड बढऩे से भी बिजली आपूर्ति प्रभावित हो रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि शहरी क्षेत्र में करोड़ों की लागत से चोरहटा सब स्टेशन की शुरुआत भी की गई है। इसके बाद भी बिजली की ट्रिपिंग की समस्या से राहत नहीं मिल पा रही है। कई जगहों पर नई लाइनें खीची गई हैं। फिर भी वही पुरानी समस्या बनी हुई है।
आरडीएसएस योजना भी नहीं दे पा रही राहत
सबसे बड़ी बात यह है कि रीवा और मऊगंज जिला में आरडीएसएस योजना के तहत 600 करोड़ से अधिक का काम होना है। नई लाइनें खींची जानी है। नए सब स्टेशन के साथ ही 11/33 केवी लाइनों को भी दुरुस्त करना है। इसके अलावा एलटी लाइन का भी काम किया जाना है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में किए जाने का दावा भी किया जा रहा है। इसके बाद भी हालात बदतर हैं। बिजली की कटौती की मार से रीवा के ग्रामीणों को राहत नहीं मिल पा रही है। सुबह से शाम तक बिजली की कटौती की जा रही है। सबसे बड़ी समस्या दोपहर में लोगों को हो रही है।