5वीं, 8वीं की कापियों का मूल्यांकन पिछड़ा, अब अनुपस्थित शिक्षकों पर गिरेगी गाज

डाइट में पांचवीं और आठवीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन समय पर होता नहीं दिख रहा है। 434 में से सिर्फ 244 ही मूल्यांकनकर्ता पहुंच रहे। मूल्यांकनकर्ता आ ही नहीं रहे। राज्य शिक्षा केन्द्र की डेड लाइन में सभी कापियों का मूल्यांकन मुश्किल है। ऐसे में डाइट प्राचार्य ने लगातार अनुपस्थित हो रहे शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है। सभी के खिलाफ एक वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई का प्रस्ताव डीईओ के पास भेजा जाएगा।

5वीं, 8वीं की कापियों का मूल्यांकन पिछड़ा, अब अनुपस्थित शिक्षकों पर गिरेगी गाज
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लगातार अल्टीमेटम के बाद भी मूल्यांकन में नहीं पहुंच रहे शिक्षक
मंगलवार को 244 पहुंचे, 190 फिर भी नहीं आए
रीवा। ज्ञात हो कि 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं खत्म हो गई हैं। अब उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा करने का लक्ष्य है। इस बार भी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन डाइट में कराया जा रहा है। मूल्यांकन कार्य के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से डाइट प्राचार्य को 434 वैल्युअर की लिस्ट दी गई थी। मूल्यांकन के लिए जिन शिक्षकों की लिस्ट डाइट प्राचार्य को मिली थी। उसके हिसाब से 17 मार्च तक कापियों का मूल्यांकन पूरा हो जाना था। हालांकि सभी मूल्यांकनकर्ता आए ही नहीं। पहले दिन 81 मूल्यांकनकर्ता पहुंचे थे। धीरे धीरे संख्या बढ़ रही है लेकिन पर्याप्त नहीं है। सोमवार को 205 थे और मंगलवार को यह संख्या पहुंच कर 244 हुई। हालांकि कम संख्या के कारण मूल्यांकन कार्य जोर नहीं पकड़ पा रहा है। लक्ष्य के हिसाब से कापियों का मूल्यांकन कार्य नहीं हो पा रहा है। ऐस में डाइट प्राचार्य जीपी उपाध्याय ने अब सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। प्राचार्य अब अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ एक वेतनवृद्धि रोकने का प्रस्ताव डीईओ को भेजने वाले हैं। मंगवार को 190 शिक्षक मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहे।
17 मार्च तक की है डेड लाइन
डाइट प्राचार्य जीपी उपाध्याय ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र ने कापियों के मूल्यांकन की डेड लाइन 17 मार्च तय की है। डेड लाइन तक मूल्यांकन कार्य होना मुश्किल है। 8वीं की कापियों के मूल्यांकन के एि 222 शिक्षकों की लिस्ट भेजी गई थी। इसमें से सिर्फ 122 ही पहुंचे। हिंदी में 27 में 14, अंग्रेजी में 35 में 14, संस्कृत में 30 में 12, गणित में 50 में 33, विज्ञान में 30 में 22, सामाजिक विज्ञान में 50 में 27 शिक्षक ही उपस्थित हुए। इसी तरह कक्षा 5वीं के मूल्यांकन में हिंदी में 100 में से 55, अंग्रेजी में 45 में 24, गणित में 46 में 26 और पर्यावरण में 24 में 17 शिक्षक ही उपस्थित रहे।