कांग्रेस के पूर्व मुख्यंत्री दिग्विजय सिंह पर फिर एफआईआर, इस बार यह कर दिए नया कांड
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ फिर एक नई एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई दमोह में की गई है। इस नए बवाल के पीछे की वजह दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद उपजा है। उन्होंने बजरंग दल और श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र को लेकर एक ट्वीट किया है। इसी मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
दमोह । कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कोई न कोई विवाद खड़ा ही करते रहते हैं। इसके पहले उन्होंने आरएसएस के पूर्व प्रमुख को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट्स किया था और बुरे फंसे थे। मामला तक दर्ज किया गया था। इस मर्तबा उन्होंने ट्वीटर पर 28 अगस्त को एक ट्वीट बजरंग दल और जैन तीर्थ स्थल को लेकर कर दिया है। 28 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया , जिसमें उन्होंने लिखा था कि आचार्य विद्यासागर महाराज द्वारा देश के सबसे भव्य मंदिरों में से एक श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर परिसर में कल रात्रि से बजरंग दल के कथित आसामाजिक तत्वों द्वारा शिवजी की पिंडी रख उत्पात शुरू कर चुके हैं। स्थिति कभी भी गंभीर मोड़ ले सकती है। यह गंभीर विषय है प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे। इसी ट्वीट से बवाल मच गया। दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद पुलिस और प्रशासन एलर्ट मोड पर आ गया। दमोह एसपी ने पोस्ट की जांच कराई। इसे पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन करार दिया। उन्होंने इस ट्वीट पर पोस्ट कर बताया कि हटा एसडीएम और एसडीओपी पुलिस द्वारा कुंडलपुर का मौका निरीक्षण किया गया। कुंडलपुर संबंधित जानकारी पूर्णता भ्रामक और तथ्यहीन है।
दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर बजरंग दल और जैन समाज के पदाधिकारी दिग्विजय सिंह पर तथ्यहीन पोस्ट करने का आरोप लगाया। साथ ही उनसे माफी मांगने की बात कही। मंगलवार की रात इसी मामले में बजरंग दल के सदस्यों ने कोतवाली पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराया। बजरंग दल जिला संयोजक शंभू विश्वकर्मा ने बताया कि दो दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कुंडलपुर मंदिर और बजरंगदल के बजरंगियों पर किया पोस्ट भ्रामक और तथ्यहीन है। दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष ने भी इसका खंडन किया है। तत्काल प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर जांच कराई और यह सोशल मीडिया पोस्ट तथ्यहीन निकली।
पहले भी दर्ज हो चुका है एफआईआर
दिग्गी राजा पर पहले भी गलत पोस्ट को लेकर दो केस दर्ज हो चुके हैं। आरएसएस के पूर्व प्रमुख गोलवलकर पर एक पोस्ट करने पर उनपर यह केस दर्ज किए गए थे। गलत टिप्पणी को लेकर उन पर इंदौर और उज्जैन में केस दर्ज हुआ था।