संजय गांधी अस्पताल के वीआरडीएल लैब में भड़की आग, एसी जलकर खाक

शनिवार को संजय गांधी अस्पताल के वीआरडीएल लैब में बड़ा हादसा टल गया। लैब में अचानक एसी में आग भड़क गई और वह धूधू कर जलने लगा। लैब में मौजूद कर्मचारी डर के मारे भाग खड़े हुए। मौके पर सुरक्षा स्टाफ ने पहुंच कर आग बुझाई। इस आगजनी की घटना में एसी पूरी तरह से जल कर राख हो गया। इससे बड़ा हादसा हो सकता था लेकिन समय रहते आग पर काबू कर लिया गया।

संजय गांधी अस्पताल के वीआरडीएल लैब में भड़की आग, एसी जलकर खाक


सुबह लैब में कर्मचारी कर रहे थे काम, तभी हो गया हादसा
रीवा। ज्ञात हो कि संजय गाध्ंाी अस्पताल के ओपीडी बिल्डिंग में ही वीआरडीएल लैब बनाई गई है। यहां पर करोड़ों रुपए की मशीनें इंस्टाल है। यह लैब कोविड के समय पर तैयार की गई थी और मशीनें भी तभी आईं थी। करोड़ों रुपए की मशीनें यहां पर लगी हुई है। यह लैब माइक्रोबायलॉजी विभाग के अंडर में है। उसी की देखरेख में यह लैब संचालित होता है। माइक्रोबायलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष की भी इसमें लापरवाही मानी जा रही है। एसी में रात से ही आग सुलग रही थी। दिन में यह पूरी तरह से भड़क गई। ऐसे में यदि रात में कोई कर्मचारी होता तो इसे पहले ही दुरुस्त किया जा सकता था। यहां कर्मचारी और स्टाफ तो मौजूद है लेकिन इनकी रोस्टर अनुसार ड्यूटी ही नहीं लगाई जाती। सब मनमर्जी चल रहा है। यही वजह है कि इस लापरवाही के कारण कई कर्मचारियों की जान आफत में फंस गई। मिली जानकारी के अनुसार वीआरडीएल लैब में लगी डेढ़ टन की एयर कंडीशनर में ही शार्ट सर्किट से आग भड़क गई थी। सुबह 10.30 बजे यह विकराल रूप ले ली। हंगामा मचा तो सुरक्षाकर्मियों ने पहुंच कर आग पर काबू पाया। सूत्रों की मानें तो एसी में आग लगने से एक फ्रीजर पर भी असर पड़ा है। इसे अलावा खिड़कियों को भी नुकसान पहुंचा है। वीआरडीएल लैब में डेंगू और वायरलजनित बीमारियों की जांच होती है। इस घटना से अब कर्मचारी भी डरे हुए हैं।
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बिजली की लाइनें पुरानी और बढ़ रहा है लगाार लोड
सूत्रों की मानें तो ओपीडी भवन काफी पुराना हो गया है। इस भवन में बिजली की लाइनें पहले के लोड के हिसाब से डाली गईं थी। 20 साल पहले क्षमता कम थी, तब तक तो यह ठीक चल रही थी लेकिन अब लोड बढऩे से केबिल की क्षमता भी कम हो रही हैं। सभी विभागों में एसी लग रहे हैं। इनका लोड भी बिजली की लाइनों पर पड़ रहा है। इसके कारण भ इस आगजनी की घटना होना माना जा सकता है। हालांकि लाइन आदि की जांच की गई कहीं भी समस्या सामने नहीं आई है।