श्रद्धालुओं से भरी बस में भड़की आग, 10 लोगों की जलने से हुई मौत
शुक्रवार को रात करीब डेढ़ बजे कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर श्रद्धालुओं से भरी बस में आग लग गई। आग की चपेट में आने से 10 श्रद्धालुओं की जलने से मौत हो गई। वहीं 25 घायल हुए हैं। वह बुरी तरह से झुलस गए हैं। हादसे में 8 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। वहीं 2 ने अस्पताल में दम तोड़ा। इस बस में करीब 64 लोग सवार थे।
चंडीगढ़। नूंह जिले में तावड़ू गांव के पास शुक्रवार रात डेढ़ बजे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर श्रद्धालुओं से भरी चलती बस में आग लग गई। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक बुरी तरह झुलस गए। 8 लोगों की मौत मौके पर ही हुई, 2 ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बस में 64 लोग सवार थे। ये सभी आपस में रिश्तेदार हैं और पंजाब-चंडीगढ़ के रहने वाले हैं। वे मथुरा-वृंदावन से दर्शन कर लौट रहे थे। आग की लपटें देख स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। साथ ही खुद भी आग बुझाने का प्रयास किया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। तावड़ू गांव के रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने बस में आग लगी देखी तो ड्राइवर को आवाज लगाकर रुकने को कहा। बस नहीं रुकी तो मोटरसाइकिल से पीछा किया और ड्राइवर को सूचना दी। तब तक आग काफी फैल चुकी थी। गांववालों का कहना है कि उन्होंने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया था। पुलिस को भी जानकारी दी थी। तब तक कई लोग बुरी तरह झुलस चुके थे। उनमें से 8 की मौत हो चुकी थी। बस में आग लगने से हंसराज, पायल शर्मा, सोनी शर्मा, स्वतंत्र शर्मा, सुदेश कुमारी, उर्मिला शर्मा, निशा शर्मा, अंजू शर्मा, मीना रानी, कृष्णा, नरेश कुमार, जसविंदर राणा, बलजीत सिंह, पूनम, वाय कुमारी, शांति आदि लोग घायल हुए हैं। कुछ लोगों की पहचान की जा रही है। वहीं मृतकों में से अब तक 6 की पहचान हो चुकी है। उनमें शशि शर्मा पत्नी राकेश कुमार, उनका बेटा गौतम शर्मा, शशि की पौत्री जोविता उर्फ खुशी सभी निवासी शालीमार नगर होशियारपुर पंजाब, सुनीता भसीन पत्नी राजेश भसीन निवासी मॉडल टाउन कमालपुर पंजाब, दर्शन लाल पुत्र हरि राम निवासी जालंधर पंजाब और अमर रानी पत्नी कश्मीर सिंह निवासी न्यू सैनी एन्क्लेव मोहाली शामिल हैं। नूंह के डीसी धीरेंद्र खडग़टा ने इस मामले में बताया है कि हादसे में घायल सभी लोगों का मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में उपचार चल रहा है। उपचार वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी किया जा रहा है। प्राथमिक उपचार के बाद 4 घायलों को मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अस्पताल में भर्ती होशियारपुर की पायल शर्मा ने बताया कि ज्यादातर यात्री सो गए थे। लपटों की गर्मी महसूस हुई तो नींद खुली। सभी चीखने लगे। बस का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह लॉक था। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। जैसे-तैसे लोग खिड़की के शीशे तोड़कर कूदे। काफी लोग अंदर ही फंस गए, जिसकी वजह से कुछ की जान चली गई तो काफी लोग झुलस गए।