Election बगावत: कांग्रेस के पूर्व विधायक ने छोड़ा हाथ का साथ हाथी पर हुए सवार, बोले कमलनाथ को मजा चखाउंगा

Congress की पहली सूची जारी होते बगावत के सुर फूटने लगे हैं नागौद से पूर्व विधायक यादवेन्द्र सिंह को दरकिनार कर दिया गया। पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार ही नहीं बनाया। इससे खफा होकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और BSP ज्वाइन कर ली । कांग्रेस का हाथ छोड़ने के बाद उन्होंने कमलनाथ पर सीधा हमला बोला है ।उन्होंने कहा कि इस बार कमलनाथ को मजा चखाउंगा । टिकट वितरण पर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं।

Election बगावत: कांग्रेस के पूर्व विधायक ने छोड़ा हाथ का साथ हाथी पर हुए सवार, बोले कमलनाथ को मजा चखाउंगा
नागौद के पूर्व विधायक ने कांग्रेस छोड़ बसपा ज्वाइन की

SATNA .रविवार को कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इसमें कई ऐसे नेताओं के नाम कट गए जो अपने आप को दावेदार मान रहे थे ।खुद की सीट पक्की समझ रहे थे ।इनमें से पूर्व नेता प्रतिपक्ष के राइट हैंड माने जाने वाले नागौद के पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह भी शामिल है ।यादवेंद्र सिंह की जगह नागौद से रश्मि सिंह पटेल को मौका दिया गया है। उनके नाम की घोषणा कर दी गई ।इसी बात से खफा होकर यादवेंद्र सिंह ने कांग्रेस से ही इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का हाथ थाम लिया और सदस्यता ले ली। कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद यादवेंद्र सिंह ने पार्टी के खिलाफ जमकर हल्ला बोल उन्होंने कहा कि ब्यौहारी में राहुल गांधी की सभा हुई थी। तब को राहुल भैया ने कहा था कि टिकट वितरण में चयन अच्छा हो तो हम 30 में 24 सीट लाएंगे। लेकिन जिस तरह से मेरे साथ हुआ है जबकि मैं उनका और पार्टी का राइट हैंड हूं तो संभाग में इतनी सीटें आना मुश्किल है। जिले में मैं भी कुछ न कुछ नुकसान करूंगा। इस्तीफा देने की बात पर उन्होंने कहा कि यहां कोई पूछने वाला ही नहीं है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने कहा था आप यहां दिल्ली भोपाल क्यों आए हो आप क्षेत्र में जाकर तैयारी करो और इसके बाद भी मेरे साथ ऐसा कर दिए। सभी को फोन लगाया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठा या 6 से 8 घंटे तक इंतजार किया लेकिन किसी ने संपर्क नहीं किया। इसके बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया।पूर्व विधायक यादवेन्द्र सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा है कि इस कमलनाथ को सबक जरूर सिखाऊंगा। उन्होंने कहा कि पार्टी में गुंडे लफंगों के साथ मिलकर एक महिला को केक खिला रहे थे और उसे ही टिकट दे दिया।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष के करीबियों की कटी टिकट 
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के दो बेहद करीबी लोगों को इस बार  विधानसभा की टिकट नहीं मिली। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल इन पर भारी पड़ गये। नरेला से महेंद्र सिंह चौहान की तो नागौद से यादवेंद्र सिंह की टिकट कट गई। इनके स्थान पर नरेला में मनोज शुक्ला को कमलनाथ का करीबी होने की वजह से तो रश्मि पटेल को कमलेश्वर पटेल के करीबी होने की वजह से टिकट दी गई।

टीकमगढ़ से कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष ने भी दिया इस्तीफा 
 टीकमगढ़ कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष अजय यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अजय सिंह ने कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि मध्यप्रदेश में आपके नेतृत्व में सदैव विश्वास दिलाया गया कि इस बार उम्मीदवार चयन में पिछड़े वर्गों को उनका हक और अधिकार दिया जाएगा टीकमगढ़ जिले में पिछड़े वर्ग के 70% से ज्यादा मतदाता है परन्तु आज टीकमगढ़ जिले के तीनों सामान्य क्षेत्रों पर एक ही वर्ग के व्यक्तियों को उम्मीदवार बनाया गया जिनकी केवल दो प्रतिशत से भी कम संख्या है और तीनों ही पिछला चुनाव भी हारे हुए हैं. यह पूरी तरह अन्यायपूर्ण निर्णय है और मैं इस अन्याय का साथ नहीं दे सकता, मैं एवं मेरे साथ खरगापुर के आमजन एवं पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता लगातार अपना सर्वस्व लगाकर खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में कार्य कर रहे थे । पार्टी के सभी कार्यक्रमों में हाथ से हाथ- जोड़ों अभियान, घर-घर चलो अभियान, नारी सम्मान योजना, जनआक्रोश यात्रा एवं अन्य कार्यक्रमों क़ा मेरा प्रदर्शन सबके सामने है। क्या यही हमारा दोष कि हम पिछड़े वर्ग के हैं। हमारी कोई सुनवाई नहीं है। पार्टी में अन्याय ही हमारे हिस्से में है । उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी स्वर्गीय ठाकुरदास यादव पूर्व विधायक ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित किया ।आज जिस तरह का अन्याय किया गया । बहुत दुखी मन से मैं मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष एवं टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा के पलेरा ब्लॉक से पीसीसी डेलीगेट के पद से इस्तीफा देता हूं ।
इंदौर में भी बगावत, प्रत्याशी का किया जा रहा विरोध
कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के बाद कई जिलों में विरोध शुरू हो गया है। इंदौर 4 विधानसभा सीट से घोषित किए गए प्रत्याशी राजा मांधवानी का विरोध किया जा रहा है।