पूर्व विधायक को ठिकाना ही नहंी मिल रहा, विस में साइकिल चढ़े अब उतर कर कांग्रेस में आ गए

रीवा के एक पूर्व विधायक को राजनीतिक में ठिकाना ही नहीं मिल रहा है। चकर घिन्नी की तरह पार्टियों में घूम रहे हैं। कभी इस पार्टी तो कभी उस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते फिर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में सपा की साइकिल पर सवार हुए। टिकल लिए और चुनाव भी लड़ा। उन्हें उम्मीद थी कि जनता सिर आंखों पर बैठाएगी लेकिन चुनाव परिणाम ने उनकी यह गलतफहमी भी दूर कर दी। जमानत जब्त हो गई। सिरमौर की जनता ने सिरे से इन्हें नकार दिया। अब राजनीतिक पतन होता देख फिर से इन्होंने करवट बदला है। कांग्रेस का दामन थामा है। सपा का साथ छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। अब राजनीतिक धरातल में समा चुकी कांग्रेस से फिर शुरुआत करने की सोच रहे हैं।

पूर्व विधायक को ठिकाना ही नहंी मिल रहा, विस में साइकिल चढ़े अब उतर कर कांग्रेस में आ गए

 भारतीय जनशक्ति पार्टी से विधायक बने थे
फिर दोबारा विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाए।
रीवा। पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी की पहचान कराने की शायद किसी को जरूरत नहीं पड़ेगी। वह रीवा के चर्चित चेहरों में से एक हैं। वह हमेशा किसी न किसी मुद्दे पर खुद को चर्चा में बनाए ही रखते हैं। उनका राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा है। उन्होंने सवर्ण समाज पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। तीन मर्तबा लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसके बाद मऊगंज विधानसभा का चुनाव लड़े थे लेकिन नहीं जीत पाए थे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की पार्टी जनशक्ति पार्टी से मऊगंज विधानसभा का चुनाव लड़े और जीत गए। उन्हें उमा भारती का बहुत की करीबी माना जाता रहा है। उन्होंने बम्पर वोट से जीत हासिल की थी। इसके बाद फिर जनशक्ति पार्टी का भाजपा में विलय हो गया। फिर विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। दोबारा वह जीतने का सौभाग्य नहीं पा पाए। अब खुद की जमीन तलाशने में लगे हुए हैं। इधर उधर भटक रहे हैं। कई पार्टियां बदल चुके अब उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा है।
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प्रदेश अध्यक्ष के हाथों ग्रहण की सदस्यता
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के हाथों प्रदेश कार्यालय में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मजबूती के लिए न केवल रीवा जिला बल्कि विंध्य के लिए हम कार्य करते रहेंगे । कांग्रेस पार्टी एक विचारधारा है जो 100 वर्ष से ज्यादा पुरानी पार्टी है । देश में विकास की एक नई बुनियाद कांग्रेस पार्टी के द्वारा लिखी गई है। शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर हम निरंतर पार्टी की भलाई के लिए कार्य करते रहेंगे।