डिप्टी सीएम से कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने मांगा इस्तीफा, जानिए ऐसा क्या हुआ कि गुस्से से हुए आग बबूला

कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े किए हैं। डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला से पद से इस्तीफा देने की मांग भी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक के भाई को अस्पताल ले जाना था लेकिन एम्बुलेंस नहीं मिली। इसके कारण उनके भाई का निधन हो गया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष के आरोपों के बाद राजनीति गरमा गई है।

डिप्टी सीएम से कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने मांगा इस्तीफा, जानिए ऐसा क्या हुआ कि गुस्से से हुए आग बबूला
Deputy CM rajendra Shukla

पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने भाई के निधन के बाद साधा निशाना
भोपाल। भिंड जिले के गोहद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक केशव देसाई के भाई के निधन पर सियासत गर्मा गई है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल के इस्तीफे की मांग की है। दरअसल विधायक का आरोप है कि उनके भाई को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली, हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात गोहद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विधायक के भाई का निधन हुआ था।  मामले में विधायक केशव देसाई ने आरोप लगाया है कि समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उनके भाई का निधन हुआ है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में देर रात ड्यूटी पर मात्र एक डॉक्टर मौजूद था, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य डॉक्टर ग्वालियर थे। अस्पताल में एम्बुलेंस भी नहीं थी। 

डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि मैं मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और राज्य के स्वास्थ्य चिकित्सा मंत्री राजेश शुक्ल से अनुरोध करना चाहता हूं। आप बड़े विभाग के जिम्मेदार हैं। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा वाह-वाही लुटवाने काम क्यों हो रहा है। आप हेलीकॉप्टर से मरीजों को पहुंचाने की बात करते हैं। यहां हमारे भिंड जिले के गोहद विधानसभा के अनुसूचित जाति वर्ग के विधायक केशव देसाई के बड़े भाई जिनकी 64 साल उम्र थी। गोहद में जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई डॉक्टर नहीं है। उन्हें हार्ट अटैक हुआ, तड़प-तडप कर उनकी जान चली गई। एंबुलेंस मौजूद नहीं थी। डायल 100 को बुलाया तो उसने आने से मना कर दिया। इस तरह का खिलवाड़ एक विधायक के भाई साथ हुआ। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- अकेला भिंड जिला नहीं, पूरे इलाके में यह देखता हूं कि 60 प्रतिशत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सहायक चिकित्सा अधिकारी नहीं हैं। ताले लगे हुए हैं। आप उप मुख्यमंत्री बनकर बड़े विभाग के मंत्री बन गए। आप क्या कर रहे हैं