मेडिकल कॉलेज में भर्ती में गोलमाल, चहेते को फायदा पहुंचाने लिस्ट से गायब कर दिए सहायक प्राध्यापक का पद

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की भर्ती में गेम शुरू हो गया है। सहायक प्राध्यापकों के रिक्त पदों का विज्ञापन जारी तो किया गया लेकिन कई विभागों के पद रोक लिए गए। इसे इनहाउस से चहेतों को भरने की योजना है। माइक्रोबायलॉजी के रिक्त पद शो नहीं किए गए हैं। योग्य उम्मीदवारों के साथ दगा किया गया है।

मेडिकल कॉलेज में भर्ती में गोलमाल, चहेते को फायदा पहुंचाने लिस्ट से गायब कर दिए सहायक प्राध्यापक का पद
Medical college rewa

रीवा। बताया गया है कि हाल ही में श्यामशाह मेडिकल कॉलेज से विभिन्न विभागों में सहायक प्रध्यापकों की सीधी भर्ती के लिये 22 पद पर विज्ञापन जारी किया गया है। आरोप है कि इनमें से कई विभाग ऐसे हैं, जिसमें पहले से पात्र डेमोन्स्ट्रेटर हैं, जिनका प्रमोशन सहायक प्राध्यापक पद पर किया जा सकता है। लेकिन इसके बाद भी सीधी भर्ती के लिये आवेदन बुला लिये गये हैं। वहीं कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में भी सहायक प्रध्यापक की जगह खाली है, लेकिन इसके लिये विज्ञापन नहीं जारी किया गया है। सूत्रों ने बताया है कि चयन समिति के सदस्य माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में सहायक प्रध्यापक की भर्ती इन हाऊस प्रक्रिया से करने की योजना बनाई जा रही है। जबकि इस विभाग में ऐसे पात्र चिकित्सक हैं ही नहीं। एक डेमोन्ट्रेटर को ही इनहाउस प्रमोशन से फायदा दिलाने के लिए ही यह सारा तानाबाना बुना जा रहा है। जबकि प्रमोशन के लिए चली गई हाल में चाल पर कमिश्नर ने रोक लगा दी थी।
चयन समिति में केवल दो सदस्य
मेडिकल कॉलेज की चयन समिति में कम से कम तीन सदस्यों का होना अनिवार्य है। लेकिन इस बार बनाई गई चयन समिति में केवल दो सदस्य ही हैं। जिसमें नेत्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. चारुदत्त चालीसगांवकर एवं मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. दिनेश मालवीय शामिल हैं। सूत्रों ने बताया है कि ये दोनों चिकित्सक प्रबंधन के करीबी हैं, जिसकी वजह से इन्हें चयन समिति में शामिल किया गया है।
संभागायुक्त ने रोक दी थी नोटशीट
मेडिकल कॉलेज के पुख्ता सूत्रों ने बताया कि माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट में पदस्थ डिमास्ट्रेटर महिला चिकित्सक को इन हाऊस तरीके स प्रमोट कर असिस्टेंट प्रोफेसर बनाये जाने का प्रयास किया गया था। इसके लिए पहले तीन सदस्यीय टीम बनाई गई थी। चयन समिति ने प्रमोशन पर आपत्ति लगा दी थी। बाद में फिर दो सदस्यों की टीम बनाई गई। चयन समिति की पात्र नहीं थी फिर भी महिला चिकित्सक को नई समिति ने पात्र करते हुए प्रमोशन की तैयारी कर दी थी। नोटशीट तक तैयार हो गई थी। जब नोटशीट संभागायुक्त के सामने पेश की गई तो उनकी यह चाल पकड़ी गई। संभागायुक्त ने इस पर रोक लगा दी थी।
इन पदों पर निकाली गई है सहायक प्राध्यापकों की वेकंसी
विषय                  कुल रिक्त पद
एनेस्थीसिया                  05
एनाटॉमी                      01
बायोकैमेस्ट्री                  01
एमरजेंसी मेडिसिन          01
फोरेसिक मेडिसिन          01
कम्प्युनिटी मेडिसिन       01
जनरल मेडिसिन             01
पीडियोट्रिक्स                 01
ऑप्थलमोलॉजी             01
आटो राइनो लैरिमोलॉजी 02
फार्मेकोलॉजी                02
फिजियोलॉजी               01
पीएमआर                    01
रेडियोडायग्नोसिस        01
मेडिकल आन्कोलॉजी    01
योग                          22