जीएसटी की कार्रवाई पूरी, दीपू पटाखा वाले ने सरेंडर किए 31 लाख
दीपू पटाखा वाले के चार गोदाम और एक दुकान में चल रही कार्रवाई तीसरे दिन खत्म हो गई। स्टॉक मिलान के बाद जीएसटी एईबी के सामने दुकान संचालक ने 31 लाख रुपए सरेंडर किए हैं। टीम ने कई दस्तावेज जब्त किए हैं। दुकानदार को इनसे जुड़े पक्की रसीद उपलब्ध कराने का समय दिया है।
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा शहर में सबसे बड़े पटाखा व्यापारी दीपू पटाखा वाले के संचालक कुलदीप गुप्ता के पांच ठिकानों पर गुरुवार की दोपहर जीएसटी एईबी सतना ने एक साथ दबिश दी थी। इनकी फर्म केजी ट्रेडर्स के नाम से संचालित होती है। गुरुवार से पटाखा स्टॉक की जांच शुरू ही की गई थी। पहले दिन ही अचानक संचालक के सीने में दर्द उठ गया। जांच रोकनी पड़ी थी। इसके बाद शुक्रवार से कार्रवाई शुरू हुई। कुलदीप गुप्ता ने गोदाम में रखे गए स्टॉक की जानकारी टीम को उपलब्ध कराई। ट्रेडिंग और स्टॉक रजिस्टर मिलने के बाद माल का मिलान शुरू किया गया। तीन दिन में यह कार्रवाई हुई। शनिवार को जीएसटी एईबी के सामने दीपू पटाखा वाले के संचालक कुलदीप गुप्ता ने 31 लाख रुपए सरेंडर कर दिए हैं। राशि सरेंडर करने के बाद जीएसटी टीम वापस लौट गई है। जीएसटी ने जांच के दौरान कच्चे बिल भी पाए थे। उन्हें जब्त कर लिया गया है। कच्चे बिल साथ ले गई है। दुकान संचालक को समय दिया गया है। यदि समय पर जानकारी उपलब्ध नहीं कराते हैं तो पेनाल्टी की राशि और बढ़ जाएगी।
यह मिली गड़बड़ी
जांच के दौरान जीएसटी एईबी टीम को कई तरह की गड़बडिय़ां मिली। स्टॉक का मिलान कराने के लिए पक्के बिल उपलब्ध नहीं कराए जा सके। अधिकांश खरीदी बिक्री कच्चे बिल पर ही हुई। यही वजह है कि कई कागजात भी टीम ने जब्त किया है।
टीम में यह अधिकारी है शामिल
कार्रवाई डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी जीएसटी एईबी विंग सतना के नेतृत्व में चली। इस कार्रवाई में सहायक आयुक्त अभिनव त्रिपाठी, नवीन दुबे, राज्य कर अधिकारी विकास अग्रवाल, विजय पांडे इंस्पेक्टर मनीष शर्मा, अनिल बनाफर, वीरेंद्र निगम, मृत्युंजय तिवारी, हेमंत, प्रमोद, संजीव त्रिपाठी शामिल रहे। इसके अलावा पुलिस बल भी मौजूद था।
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जांच पूरी हो गई है। 31 लाख रुपए संचालक ने सरेंडर किया है। कुछ दस्तावेज जब्त किया गया है। दुकानदार को समय दिया गया है।
उमेश त्रिपाठी, डिप्टी कमिश्नर
जीएसटी एईबी, सतना