खुशखबरी: रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आने वाली है बम्पर भर्तियां, रेग्युलर पदों पर होगी सीधी भर्ती
रीवा के युवाओं को सुपर स्पेशलिटी में जल्द ही नौकरी का अवसर मिलने वाला है। कर्मचारी चयन आयोग से होने वाली भर्तियां अब अस्पताल स्तर से भरी जाएंगी। डीएमई ने इसकी अनुमति दे दी है। 34 पदों पर पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती जल्द ही डिप्टी सीएम की स्वीकृति के बाद शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए गाइड लाइन बना कर आवेदन लेने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके अलावा कैथलैब में पांच पदों की स्वीकृति का भी प्रस्ताव डीएमई के पास भेजा जाएगा।
डीएमई ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अधिकारियों की ली बैठक
डिप्टी सीएम के अनुमोदन से स्थानीय स्तर पर भर्ती की दी अनुमति
रीवा। ज्ञात हो कि शनिवार से डीएमई डॉ अरुण श्रीवास्तव रीवा में रहे। रविवार को डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचे। उनके साथ डीन डॉ सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, डॉ अक्षय श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। सुपर स्पेशलिटी में डीएमई ने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। बैठक में डॉक्टरों की समस्याएं पूछी। डॉक्टरों ने बताया कि आयुष्मान के मरीजों को आनलाइन डिस्चार्ज करने में दिक्कतें आ रही हैं। साफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण मरीजों का डिस्चार्ज नहीं दिखाई देता। इसके कारण नए मरीजों को भर्ती करने में दिक्कतें आती है। इस पर डीएमई ने इस तकनीकी दिक्कत को तुरंत निराकृत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा अस्पताल में दवाइयां और उपकरण की उपलब्धता को लेकर भी डॉक्टरों ने परेशानियां व्यक्त की। इक्यूपमेंट और दवाइयों की दिक्कतों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी दवाइयों कार्पोरेशन से खरीदने के निर्देश दिए। इसके अलावा शेष 30 फीसदी अमृत से भी खरीदने की अनुमति दे दी गई। डीएमई की स्वीकृति के बाद मरीजों के इलाज में तेजी आएगी।
कर्मचारियों के नियुक्ति की मिली अनुमति
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पहले कर्मचारी चयन मंडल से नियुक्तियां होती थी। इस प्रक्रिया में डीएमई ने थोड़ी राहत दी है। बैठक में उन्होंने कहा कि टेक्नीकल स्टाफ की नियुक्ति स्थानीय स्तर पर कर लें। डिप्टी सीएम से स्वीकृति लेकर स्थानीय स्तर पर ही परीक्षा या फिर सीधी भर्ती के जरिए पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करने की अनुमति दे दी गई है। डीएमई से नई कैथलैब मशीन के लिए पांच टेक्नीशियन की और डिमांड की गई। इस पर डीएमई ने डीन से प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा है। स्वीकृति मिलने के बाद इन पांच पदों पर भी साथ में ही नियुक्ति हो सकेगी।
डिप्टी सीएम ने जताई नाराजगी, लगाई फटकार
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पीछे एक्सटेंशन कार्य किया जा रहा है। नया भवन बनाया जा रहा है लेकिन ठेकेदार का काम काफी धीमा है। अभी बेसमेंट तक का काम शुरू नहीं हो पाया है। आक्सीजन पाइप लाइन सहित सीवर लाइन की शिफ्टिंग में ही ठेकेदार फंसे हुए हैं। डिप्टी सीएम ने निर्माण कार्य का अवलोकन किया और धीमी कार्य की गति पर ठेकेदार को जमकर फटकार लगाई। वहीं डीएमई डॉ अरुण श्रीवास्तव ने भी मेडिकल कॉलेज परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। डीन से हर हफ्ते की स्टेटस रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए।