खुशखबरी, महंगे पेट्रोल की टेंशन खत्म, 15 रुपए लीटर मिलेगा!
लोगों को जल्द ही महंगे पेट्रोल से छुटकारा मिल जाएगा। जल्द ही देश में सिर्फ 15 रुपए लीटर में पेट्रोल मिलेगा। लोग जमकर गाडिय़ों से फर्राटा भर सकेंगे।
प्रतापगढ़। ऐसा दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान में किया है। इस बयान पर लोग हैरान भी हैं लेकिन इस बात से खुश हो रहे है कि यदि ऐसा हुआ तो महंगे पेट्रोल से मुक्ति मिल जाएगी। यह बातें केन्द्र मंत्री नितिन गड़करी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अगर 60 फीसदी इथेनॉल और 40 फीसदी बिजली का उपयोग किया जाता है, तो पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर पर उपलब्ध हो सकता है। इससे प्रदूषण भी खत्म होगा। साथ ही फ्यूल इंपोर्ट को भी कम किया जा सकेगा।
गडकरी ने कहा कि किसान अब अन्नदाता ही नहीं, ऊर्जा दाता भी बनेगा। अगस्त महीने में टोयोटा कंपनी की गाडिय़ों को लॉन्च कर रहा हूं। ये सभी गाडिय़ां किसानों की ओर से तैयार इथेनॉल पर चलेंगी। 60 फीसदी इथेनॉल और 40 फीसदी बिजली, उसका एवरेज पकड़ा जाएगा तो 15 रुपए लीटर पेट्रोल का भाव होगा। उन्होंने कहा कि जब इथेनॉल से गाडिय़ां चलेंगी तो कम खर्च की वजह से जनता का भला होगा, किसानों का भी भला होगा। साथ ही देश का भी भला होगा। मौजूदा समय में फ्यूल इंपोर्ट 16 लाख करोड़ रुपए का है, इथेनॉल के इस्तेमाल से इसे कम किया जा सकेगा तो ये पैसा बाहर भेजने की बजाय किसानों के घर जाएगा। किसान भी खुशहाल रहेंगे। दरअसल, इथेनॉल का उत्पादन गन्ने से होता है और भारत में लाखों गन्ना किसान हैं, जिनकी रोजी-रोटी का जरिया यही है। उन्होंने कहा कि किसान आज न केवल अन्नदाता हैं बल्कि इथेनॉल और सौर ऊर्जा का उत्पादन कर ऊर्जा दाता भी हैं। केंद्रीय मंत्री की मानें तो देश में टू-व्हीलर से लेकर सभी तरह की गाडिय़ां आने वाले दिनों में इथेनॉल से चलेंगी।
इस दिशा में चल रहा काम
नितिन गडकरी का कहना है कि उन्होंने 5 साल में पेट्रोल-डीजल के इस्तेमाल को खत्म करने की तैयारी है। इस पर काम हो रहा है। फ्लेक्सी इंजन और इलेक्ट्रिक कारों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। गडकरी ने फ्लेक्स फ्यूल कंपैटिबल इंजन बनाने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों को निर्देशित किया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले कुछ वर्षों में भारतीय सड़कों पर पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण वाले फ्यूल से चलने वाली गाडियां दौडऩे लगेंगी।