गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज फिर जुगाड़ की फैकल्टी से शुरू होगा, नर्सिंग स्टाफ को प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफसर बनाया गया

एक बार मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के कारण सरकार की जमकर किरकिरी हुई। कोर्ट के निर्देश पर नर्सिंग कॉलेज में ताला लग गया। अब फिर से वहीं गलती के साथ दोबारा कॉलेज खोलने की कवायद की जा रही है। मेडिकल कॉलेज के थर्ड फ्लोर में अस्थाई जगह देना तक तो ठीक था लेकिन अब स्टाफ भी काम चलाऊ ही रखा जा रहा है। नर्सिंग स्टाफ को ही प्राचार्य, असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और ट्यूटर बनाकर पदस्थ कर दिया गया है। कॉलेज प्रबंधन के पास कई महीने का मौका था लेकिन रेग्युलर नियुक्ति नहीं कर पाया।

गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज फिर जुगाड़ की फैकल्टी से शुरू होगा, नर्सिंग स्टाफ को प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफसर बनाया गया
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65 नर्सिंग स्टाफ को नर्सिंग कॉलेज में पदस्थ किया गया
मेडिकल कॉलेज के टॉप फ्लोर में खोला जाएगा नर्सिंग कॉलेज
रीवा।  गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज को फिर खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। फैकल्टी की अस्थाई नियुक्ति कर दी गई है। 65 नर्सिंग स्टाफ को प्राचार्य, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और ट्यूटर के रूप में तैनात कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज के थर्ड फ्लोर में कॉलेज के लिए जगह भी तय कर दी गई है। अब सिर्फ नर्सिंग काउंसलिंग के निरीक्षण का इंतजार है। ज्ञात हो कि रीवा में दो कॉलेजों को हाईकोर्ट के निर्देश पर ताला जड़ दिया गया था। इसमें एक प्राइवेट तो एक गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज शामिल थे। यह दोनों कॉलेज मापदंड पर फिट नहीं थे। कॉलेजों पर ताला लगने के बाद छात्राओं ने जमकर हंगामा किया था। परीक्षाओं से भी कॉलेज की छात्राओं को वंचित कर दिया गया था। कोर्ट के निर्देश पर छात्राओं को परीक्षा में बैठने का अवसर मिला था। अब लंबे इंतजार के बाद गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज को दोबारा खोलने की कवायद कॉलेज प्रबंधन ने शुरू कर दी है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के थर्ड फ्लोर में संचालित पीएसएम विभाग को पहले ही खाली कराया जा चुका था। अब इसी जगह पर नर्सिंग कॉलेज को खोला जा रहा है। नर्सिंग कॉलेज के मापदंडों के हिसाब से लेक्चर रूम, प्राचार्य कक्ष सहित लैब आदि के लिए जगह निर्धारित कर दिया गया। जल्द ही नर्सिग कॉउंसिल की टीम भी निरीक्षण के लिए पहुंच सकती है। टीम के ही आने का इंतजार किया जा रहा है।
जिला प्रशासन को लिखा गया है पत्र
नर्सिंग कॉलेज के पुराने भवन को सीज कर दिया गया था। कॉलेज के सारे दस्तवेज और फर्नीचर आदि को सीज कर दिया गया था। अब कॉलेज प्रबंधन ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर नर्सिंग कॉलेज को खोलने की मांग की है। कॉलेज से दस्तावेज आदि निकालने की बात कही गई है। सारे दस्तावेज नर्सिंग कॉलेज की मान्यता में मदद करेंगे।
65 नर्सों को कालेज में फैकल्टी बनाया गया
शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय जीएमएच रीवा मेें 65 नर्सिंग स्टाफ को फैकल्टी के रूप में पदस्थ किया गया है। इसमें प्रवीण पटेल को प्राचार्य, अंजना पटेल को वाइस प्रिंसिपल के रूप में पदस्थ किया गया है। इसी तरह एसोसिएट प्रोफेसर के लिए डॉ संज्या द्विवेदी, रीना पटेल, रेखा सिंह, मीनाक्षी कुशवाहा, अनमोल गौतम, रश्मि द्विवेदी, संध्या सिंह, वर्षा पाठक, ब्रिजेश कुमारी पटेल, आराधना तिवारी, अमिता सिंह के रूप में पदस्थ किया गया है। असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में शैलेन्द्र चंदेलकर, , मिथुन कुमार कुर्मी, पूजा मिश्रा, प्रियंका पटेल, संध्या पटेल, प्रशांत शेखर त्रिपाइी, अर्चना प्रजापति, अर्चना साहू, आकाश कुशवाहा, राजू प्रजापति सहित 65 नर्सिंग स्टाफ को पढ़ाने में लगाया गया है।
नर्सिंग स्टाफ की कमी से और जूझेगा अस्पताल
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, जीएमएच और संजय गांधी अस्पताल पहले से ही नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहा था। ऐसे में 65 नर्सिंग स्टाफ को नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाने के लिए भेज दिया गया। इससे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं और भी प्रभावित होंगी। रात में अस्पताल में वैसे भी नर्सिंग स्टाफ का रोना था। अब एक और बहाना नर्सिंग स्टाफ की कमी का मिल जाएगा। कॉलेज प्रबंधन फिलहाल अस्थाई रूप से नर्सिंग स्टाफ को भर्ती करके कॉलेज का काम चलाने की फिराक में है।