8 साल पहले देहदान का लिया था संकल्प, मरने के बाद बेटियों ने मेडिकल कॉेलेज को किया दान
एक बुजुर्ग ने मरने से 8 साल पहले मेडिकल कॉलेज में देहदान करने का शपथ पत्र भरा था। सोमवार की सुबह 91 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। निधन के बाद बेटियों और परिजनों ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया। शव को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। डीन और एनाटॉमी विभागाध्यक्ष के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान कैजुअल्टी विभाग के प्रभारी भी मौजूद रहे।
रायपुर में करते थे ठेकेदार, वर्ष 2014 से रीवा में रह रहे थे
वर्ष 2017 में लिया था देहदान करने का संकल्प
रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में जिनका देहदान किया गया उनका नाम भैयालाल तिवारी पिता रामप्रसाद तिवारी है। उनका निधन 91 वर्ष की उम्र में सोमवार की सुबह अनंतपुर स्थित आवास में हो गया। वह मूलरूप से तिवनी के रहने वाले हैं। हाल मुकाम अनंतपुर रहा। वह पेशे से ठेकेदार थे। रायपुर में रह कर ही ठेकेदारी करते थे। उनकी दो बेटियां हैं। वर्ष 2014 में वह रायपुर से रीवा आकर अनंतपुर में परिवार के सदस्यों के साथ रहने लगे थे। उन्होंने वर्ष 2017 में देहदान करे का संकल्प लिया था। शपथ पत्र भी मेडिकल कॉलेज में जमा किया था। सोमवार की सुबह उनका अचानक निधन हो गया। इसके बाद परिजनों ने संजय गांधी अस्पताल के कैजुअल्टी विभाग के प्रभारी डॉ यत्नेश त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्होंने अस्पताल से एम्बुलेंस परिजनों को उपलब्ध कराया। एम्बुलेंस से शव को अस्पताल लाया गया। अस्पताल से परिजन बुुजुर्ग का शव लेकर श्याम शाह मेडिकल कॉलेज पहुंचे। मेडिकल कॉलेज में डीन डॉ सुनील अगवाल और शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अर्जुन सिंह परमार की मौजूदगी में शव को उनके सुपुर्द किया गया। इस दौरान उनकी दोनों बेटियां विद्या देवी शुक्ला, श्रीमती प्रेमा देवी द्विवेदी मौजूद रहीं। इसके अलावा परिजनों में डॉ एसपी शुक्ला, नवीन तिवारी, गोपाल जी तिवारी, श्याम जी तिवारी, भास्कर दत्त तिवारी, रामजी तिवारी, दयाशंकर प्यासी आदि लोग मौजूद रहे। इस दौरान कैजुअल्टी प्रभारी डॉ यत्नेश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।