ठंड में दिल दे रहा दगा...यदि आपको भी हो रही यह परेशानी तो फिर बिल्कुल भी न करें देर, यह करें काम
ठंड में दिल दगा दे रहा है। मरीजों की संख्या सुपर स्पेशलिटी में बढ़ गई है। ओपीडी और एमरजेंसी में मरीजों की संख्या 50 के पार पहुंच गई है। सुपर स्पेशलिटी में हर दिन 5 से 6 मरीज हार्ट अटैक के पहुंच रहे है। इसके अलावा सांस से जुड़ी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की भी ओपीडी में लाइन लग रही है।
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंच रहे हैं हर दिन 5-6 हार्ट अटैक के मरीज
रीवा। इस मर्तबा ने समय से पहले दस्तक दे दी है। इसका असर लोगों के सेहत पर पड़ रहा है। ठंड के पहले आने से सबसे ज्यादा असर लोगों के दिलों पर पड़ रहा है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। हर दिन यहां 5 से 6 मरीज पहुंच रहे हैं। जिनका दिल फेल हो रहा है। यह मरीज शादी ब्याह में फंसे रह गए और समय पर इलाज नहीं कर पाए इसलिए हार्ट अटैक का शिकार हो गए। अब अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। इनकी संख्या तेजी से बढऩे वाली है। शादी ब्याह का सीजन खत्म होते ही दिल के मरीजों की सुपर स्पेशलिटी में बाढ़ सी आने वाली है। इसके लिए हालांकि अस्पताल प्रबंधन पहले से ही तैयार है।
इस उम्र के ज्यादा आ रहे मरीज
वर्तमान में सबसे अधिक हार्ट अटैक के शिकार बुजुर्ग हो रहे हैं। 40 से 60 साल की उम्र के बीच के मरीजों की संख्या ज्यादा है। बुजुर्ग को दिल की बीमारी अपनी चपेट में ले रही है। इसके अलावा दिल के पुराने मरीज भी प्रभावित हो रहे हैं।
इसलिए बढ़ जाते हैं ठंड में मरीज
ठंड में हार्ट का काम बढ़ जाता है। सरकारी को गर्म रखने के लिए दिल को ज्यादा करना पड़ता है। ठंड में धमनियां सिकुड़ जाती हैं। इसके कारण रक्त का दबाव भी बढ़ जाता है। इस दौरान छोटे छोटे ब्लाकेज नसों के सिकुडऩे के कारण हार्ट अटैक का कारण बनते हैं। इसके अलावा ठंड में खून भी अन्य मौसमों की तुलना में थोड़ी गाड़ा हो जाता है। खानपान भी अनियंत्रित हो जाता है। लोग तलीभुनी चीजें ज्यादा खाते हैं। इसके कारण भी हार्टअटैक के मामले ठंड में बढ़ जाते हैं।
ठंड के मौसम में यह जरूर करें
जिन मरीजों को पहले से ही हार्ट की शिकायत है। वह दवाइयों का नियमित सेवन करें। ठंड में बिना कपड़ों के बाहर न निकले। गर्म कपड़े पहने। जंक फूड का उपयोग करने से बचें। बीपी की शिकायत वाले मरीज नियमित गोली का सेवन करें। बीच में दवा छोडऩा इनके लिए घातक हो सकता है। इसके अलावा जिनके माता पिता को हार्ट की शिकायत रही हो, वह भी अलर्ट रहें। उन्हें भी हार्ट संबंधी बीमारियां घेर सकती हैं। नियमित जांच कराएं और दवाइयों का सेवन करें।
इन्हें ज्यादा खतरा
हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा एल्कोहल पीने वाले, सिगरेट का सेवन करने वाले, पुराने मरीजों को, जंक फूड का उपयोग करने वाले, बीपी के मरीजों को रहता है। अनियमित रूटीन रखने वालों को भी खतरा है। ठंड में लापरवाही बरतने वाले सबसे ज्यादा खतरे में हैं।
हार्ट अटैक से बचना है तो यह जरूर करें
इस मर्तबा ठंड समय से पहले आ गई है। ऐसे में यदि आपको हार्ट अटैक के खतरे से बचना है तो ठंड से बचना पड़ेगा। रेग्युलर एक्सरसाइज करना होगा। खान पान में भी बदलाव करना होगा। भरपेट भोजन करने से बचे। पेट को हमेशा खाली रखें। इसके अलावा बुजुर्ग रात में अचानक बिस्तर से ठंड के संपर्क में आने से बचें। तलीभुनी चीजें का सेवन न करें।
हार्टअटैक का यह है लक्षण
कई लोगों को हार्ट अटैक के लक्षण के बारे में भी जानकारी नहीं है। इसके कारण भी इलाज मिलने में इन्हें देरी हो जाती है। यदि आपके शरीर में नाभी से ऊपर जबड़े के बीच में कहीं भी तेजी और असहनीय अचानक दर्द उठे। खूब पसीना आए तो समझ जाइए कि यह हार्ट अटैक के ही लक्षण हैं। ऐसे में बिना देरी किए आसपास के किसी भी अस्पताल में पहुंचे। ईसीजी कराएं और प्राथमिक उपचार लेने के बाद तुरंत इलाज के लिए बड़े अस्पताल में पहुंच जाएं।
शादी ब्याह में पता ही नहीं चल रहा
कई लोगों शादी ब्याह के सीजन में फंसे हुए हैं। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जो हार्ट अटैक के मरीज पहुंच रहे हैं। उनमें अधिकांश शादी ब्याह के कारण ही समय पर उपचार के लिए अस्पताल नहीं पहुंच पाए। ऐसे में 13 दिसंबर के बाद हार्ट से जुड़े मरीजों की अस्पताल में बाढ़ आनी तय है। अधिकांश मरीज ऐसे हैं जिनमें हार्ट ब्लाकेज के लक्षण तो हैं लेकिन वह इलाज में वैवाहिक आयोजनों में फंसे होने के कारण देरी कर रहे हैं। इसका असर मुहूर्त खत्म होने के बाद दिखेगा।
सांस से जुड़े मरीजों की लग रही लाइन
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में इस समय ठंड के कारण सांस से जुड़े मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रह है। सांस के मरीज बढ़ गए हैं। सांस फूलने के मरीजों की ओपीडी में लाइन लग रही है। इसमें से अधिकांश बुजुर्ग हैं। कई ऐसे हैं जो पुराने स्मोकर हैं। यह मरीज भी हार्ट अटैक समझ कर अस्पताल पहुंच रहे हैं।
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ठंड में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं। नसें सिकुड़ जाती हैं। पिछले कुछ दिनों से हार्टअटैक के मरीजों की संख्या बढ़ी है। 5 से 6 मरीज हर दिन पहुंच रहे हैं। यदि किसी को अचानक पेट से ऊपर जबड़े तक कहीं भी अचानक तेज दर्द होता और पसीना आए तो समझ जाएं कि हार्ट अटैक है। बिना देरी किए उन्हें अस्पताल पहुंचना चाहिए। ठंड से बच के रहे। बुजुर्गों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
डॉ वीडी त्रिपाठी, एचओडी
कार्डियोलॉजी विभाग, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा