दिल दहला देने वाली वारदात: होमगार्ड को तलवार से काट डाला, बेटे और भतीजे को बीच सड़क पर गोलियों से भुना
छोटे से विवाद में परिवार के लोगों ने जघन्य वारदात को अंजाम दिया है। महीने पहले बछड़े का एक्सीडेंट से पैर फैक्चर हो गया था। इसी में विवाद हुआ था। इस विवाद को परिवार के ही लोगों ने रंजिश पाल कर रखी। मौका मिलने पर वारदात को अंजाम दिया। होमगार्ड को तलवार से काट डाला। वहीं बेटे और भतीजे को बीच सड़क पर गोलियों से भून दिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
दमोह जिला के बांसा तारखेड़ा का मामला
एक महीने पहले हुई थी मारपीट, उसी का लिया बदला
दमोह। आपसी रंजिश में रिश्ते तार-तार होने का मामला प्रदेश के दमोह जिले से सामने आया है। यहां एक होमगार्ड जवान, उसके बेटे और भतीजे की हत्या कर दी। पूरा मामला जिले के देहात थाना क्षेत्र के बांसा तारखेड़ा गांव का है। मृतक और तीन आरोपी एक ही परिवार के हैं। मामले को लेकर एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि होमगार्ड जवान रमेश विश्वकर्मा (50) का उसके ही परिवार के लोगों से विवाद चल रहा था। करीब एक महीने पहले भी उनके बीच विवाद हुआ था। आरोपियों ने सोमवार को रमेश पर तलवारों से हमला कर दिया। घटना के वक्त रमेश का बेटा उमेश (23) और भतीजा विक्की (24) दमोह से बाइक से लौट रहे थे। आरोपियों ने उनको बीच सड़क पर गोली मार दी। दोनों की सड़क पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए तीन-चार टीमें बनाई हैं। अफसर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रहे हैं।
पूर्व में हुई थी दोनों के बीच मारपीट
राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि कुछ महीने पहले रमेश ने राजा विश्वकर्मा से मारपीट की थी, तभी से विवाद बना हुआ था। करीब एक महीने पहले रमेश के बछड़े के पैर पर राजा के हाथों एक वाहन चढ़ गया था, उस समय भी उनके बीच विवाद हुआ था। राजेंद्र ने बताया कि मृतक और आरोपी सभी परिवार के हैं।
वारदात के बाद आरोपी फरार
इस घटना में होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा, विक्की विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा की हत्या की है। इस घटना में जहां विक्की और उमेश को गांव के बाहर आम रास्ते पर गोली मारकर हत्या की गई। वहीं दूसरी ओर होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा की घर में ही धारदार हथियारों एवं कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की गई। हत्या में शामिल अपराधी घटना के बाद फरार हो गए। घटना की जानकारी लगते घटनास्थल पर एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी, एएसपी संदीप मिश्रा सहित थाना प्रभारी एवं अनेक पुलिस बल पहुंच गया।
वारदात के पहले दी थी धमकी
रमेश के चाचा राजेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे उनके बेटे सौरभ के मोबाइल पर आरोपी का फोन आया था, उसने सौरभ से कहा था कि आज रमेश और उनके परिवार के लोगों की हत्या करेगा। राजेंद्र ने बताया कि उमेश और विक्की कोचिंग पढऩे दमोह गए थे। राजेंद्र ने सौरभ से कहा कि 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दे दो, ताकि उमेश और विक्की को पुलिस वहीं रोक ले, लेकिन 100 नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हुआ। राजेंद्र ने बताया कि मैंने रमेश विश्वकर्मा को अपने घर बुलाया और उन्हें फोन आने की जानकारी दी। हम दोनों बात कर रहे थे, तभी गोलू विश्वकर्मा, राजा विश्वकर्मा और सजल विश्वकर्मा आ गए। मैंने रमेश को अपने घर में छिपा दिया। आरोपियों ने मेरी कालर पकड़कर सिर पर माउजर (बंदूक) अड़ा दी और जान से मारने की धमकी दी, उसके बाद घर में घुसकर रमेश की तलवारों से हत्या कर दी। फिर आरोपी सड़क की ओर भागे, दमोह से बाइक से लौट रहे उमेश और विक्की को गोली मार दी।