जोरदार बारिश से बीहर बराज उफनाया, देर रात खोले गए 4 गेट, तराई में अलर्ट
मानसून देर से आया लेकिन दुरुस्त आया। पिछले 16 घंटे की बारिश में रीवा के बांध बीहर और बकिया बराज लबालब हो गए हैं। सोमवार की देर रात को 4 गेट खोल दिए गए। 25-25 सेेंटीमीटर गेट खोले गए हैं।
बकिया बराज भी भरने की कगार पर पहुंचा, सिर्फ 1 मीटर खाली
रीवा। ज्ञात हो कि इस मर्तबा गर्मी ने खूब तपाया। उम्मीद थी कि मानसून भी उसी हिसाब से राहत की बारिश करेगा। मानसून के जल्दी सक्रिय होने का भी अनुमान था लेकिन देर से आया। पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। कई क्षेत्रों में तेज तो कई क्षेत्रों में धीमी बारिश हो रही है। इस बारिश का असर बांधों के जलस्तर पर भी नजर आ रहा है। बकिया और बीहर बराज चंद घंटों की बारिश में ही उफान मारने लगे हैं। बकिया बराज अधिकतम जलस्तर से सिर्फ 1 मीटर ही खाली है। वहीं बीहर बराज अपने अधिकतम जलस्तर से ऊपर पहुंच गया। इसेक कारण सोमवार की देर रात करीब 10.35 बजे बीहर बराज के 4 गेट खोल दिए गए। 25-25 सेंटीमीटर गेट खोले गए हैं। 30. 66 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
बाण सागर बांध को भरने में लगेगा वक्त
दो बांध तो चंद घंटों की बारिश में ही उफान मारने लगे हैं लेकिन बाण सागर बांध काफी खाली है। इस गर्मी में जल स्तर तेजी से घटा। यूपी, बिहार के हिस्से का पानी भी छोड़ा गया। इसके अलावा बिजली उत्पादन के लिए भी पानी लगातार छोड़ा गया। इसके कारण जलस्तर में कमी आई। फिलहाल बाण सागर बांध का जलस्तर अधिकतम जलभराव के लेवल से करीब 9 मीटर खाली है। शहडोल, कटनी में यदि मौसम मेहरबान रहा तो बाण सागर बांध भी तेजी से भरेगा।
नदी नाले उफनाए, तालाब में आया पानी
गर्मी के कारण तालाब पूरी तरह से सूख चुके थे। नदियों का जलस्तर नीचे पहुंच गया था। दो दिन से हो रही बारिश के कारण नदी और नाले उफान मार रहे हैं। वहीं तालाबों में भी पानी पहुंच गया है। जलस्तर कुछ हद तक बढ़ गया है। वनक्षेत्रों के जलस्रोत में भी पानी पहुंच गया है। इससे आवारा मवेशी और वन्यजीवों को बड़ी राहत मिली है।
बांधों के जलभराव की स्थिति (मीटर में)
बांध अधिकतम 1जुलाई2024 गेट खुले
बकिया बराज 280.50 277.30 00
बीहर बराज 280.00 278.60 04
देवलोंद 341.64 332.12 00