ईमानदार आटो वाला: यात्री के छूटे बैग में भरा था नगदी और आभूषण फिर भी लौटा दिया
अभी भी ईमानदारी जिंदा है। एक ऑटो वाले ने ईमानदारी का परिचय देते हुए यात्री के छूटे हुए बैग को वापस लौटा दिया । बैग में नगदी सहित जेवरात और कपड़े भरे हुए थे। इतने सारे कपड़े और जेवरात देखकर भी ऑटो वाले का इनाम नहीं डोला । उसकी इस ईमानदारी पर उसे सम्मानित भी किया गया है।
रीवा। जानकारी के अनुसार, ग्राम-रमकुई, पंचायत-गोड़हर निवासी शिवनाथ यादव 'गुलई' पिता स्वर्गीय वंशरूप यादव रीवा रेलवे स्टेशन से शहर की तरफ ऑटोरिक्शा का संचालन करता है। बीते दिन शिवनाथ के ऑटोरिक्शा में किसी सवारी का बैग छूट गया, रात में सोने चला गया। सुबह जब वह अपने ऑटोरिक्शा को साफ कर रहा था तब उसे रिक्शा में एक बैग दिखा।
शिवनाथ ने बैग खोला तो उसमें 25 हजार रुपए की नकदी राशि, कुछ कपड़े और जेवरात मिले। इस पर शिवनाथ ने रेलवे परिसर स्थित आरपीएफ़ थाना में संपर्क किया और बैग को आरपीएफ़ पुलिस के हवाले कर दिया। इसके कुछ देर बाद ही देवालय स्थित आकाश श्रीवास्तव पिता अनुराग श्रीवास्तव परिवार सहित बैग गुमने की रिपोर्ट दर्ज कराने आरपीएफ़ थाना पहुंचे। जहां उनका चेहरा खुशी से खिल उठा। उन्हे उनकी नकदी समेत बैग मिल गया।श्रीवास्तव परिवार ने शिवनाथ यादव की ईमानदारी पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया। शिवनाथ की ईमानदारी से खुश होकर गोड़हर निवासी अधिवक्ता नागेंद्र पाण्डेय ने उसे 5100 रुपए का इनाम दिया और खुशी जाहिर की। एडवोकेट पाण्डेय ने बताया कि शिवनाथ यादव ने न सिर्फ हमारे क्षेत्र बल्कि ऑटोरिक्शा चालकों के लिए भी मिशाल पेश की है। बेहद गरीब घर का लड़का है बावजूद सवारी के पैसे और बैग को वह खुद लौटने आया। ऐसे लड़के से समाज के हर वर्ग को शिक्षा लेना चाहिए। इस दौरान एडवोकेट शशिकांत द्विवेदी, लाला भाई, रामकृष्ण तिवारी, ऑटो यूनियन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल मिश्रा, माणिक मिश्रा, महेंद्र पाण्डेय, रामाश्रय कुशवाहा और बड़ी संख्या में ऑटोरिक्शा चालक मौजूद रहें।