उम्मीदें हुई चकनाचूर: चार दिन की हड़ताल चार मिनट में खत्म,डिप्टी सीएम ने ऐसी लगाई फटकार कि उलटे पैर काम पर लौटे
चार दिनों से संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर थे। शनिवार को बड़ी उम्मीद के साथ सभी हड़ताली कर्मचारी डिप्टी सीएम से मिलने उनके बंगला गए थे। डिप्टी सीएम ने कर्मचारियों को ऐसी फटकार लगाई कि उनके होश उड़ गए। उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि डिप्टी सीएम ऐसा करेंगे। डिप्टी सीएम की बात सुनकर सब के हौसले टूट गए। दुखी मन से सभी वापस लौट आए। हड़ताल समाप्त कर दी और काम पर लौट गए।
डिप्टी सीएम से मिलने सुबह बंगला में ही डाल दिया था डेरा
डिप्टी सीएम ने कहा कि काम पर वापस लौटो नहीं तो नई नियुक्तियां कर देंगे
रीवा। चार दिनों से चली आ रही आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को खत्म हो गई। डिप्टी सीएम से मिलने बंगला पहुंचे कर्मचारियों को जमकर फटकार मिली। डिप्टी सीएम ने कहा सभी काम पर वापस लौटें वर्ना नई नियुक्तियां कर देंगे। पांच कर्मचारियों को वापस संजय गांधी अस्पताल में रखने से डिप्टी सीएम ने इंकार कर दिया। डिप्टी सीएम से फटकार मिलने के बाद कर्मचारी हड़ताल खत्म कर वापस काम पर लौट आए। अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था पटरी पर आ गई है।
आपको बता दें कि पिछले चार दिनों से संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी कामबंद कर हड़ताल पर चले गए थे। 13 सूत्रीय मांगों और नौकरी से बाहर निकाले गए 5 कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। संजय गांधी अस्पताल के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए थे। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई। वार्डों की साफ सफाई भी प्रभावित हो रहा था। वार्ड ब्वाय की कमी के कारण मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा था। कर्मचारियों को मनाने की कोशिश अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा ने कई बार की लेकिन वह जिद पर अड़े रहे। शनिवार को सभी कर्मचारी डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला से मिलने उनके बंगले पर पहुंच गए। डिप्टी सीएम के बंगले पर ही जाकर सुबह से धरना दे दिए। डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला आउटसोर्स कर्मचारियों से मिलने पहुंचे तो कर्मचारियों ने अपना पक्ष उनके सामने रखा। सारी बातें तो उन्होंने सुनी लेकिन 5 निकाले गए कर्मचारियों को वापस रखने पर भड़क गए। उन्होंने कहा बाहर किए गए कर्मचारियों को यहां बिल्कुल नहीं रखेंगे। उनके लिए बाद में बात करेंगे। इतना ही नहीं सभी कर्मचारियों को तुरंत काम पर वापस लौटने के लिए भी कहा। डिप्टी सीएम ने कहा आप सभी काम पर वापस लौटें नहीं तो नई नियुक्तियां कर दी जाएंगी। डिप्टी सीएम ने अस्पताल में गंदगी फैलाने और नलोंं की टोटियां तोड़े जाने से नाराज थे। डिप्टी सीएम ने पुलिस से अस्पताल में टोटियां तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। डिप्टी सीएम की बातें सुनने के बाद सभी कर्मचारी वापस लौट आए। धरना खत्म करने के बाद काम शुरू कर दिया।
महिला कर्मचारी फूट फूट कर रोईं
डिप्टी सीएम ने भी जब पांच निकाले गए कर्मचारियों को रखने से इंकार कर दिया तो कर्मचारी निराश हो गए। महिला कर्मचारी रास्ते में फूट फूट कर रोने लगी। उन्होंने कहा कि वह बिना अपने साथियों के काम पर नहीं जाएंगी। हालांकि पांचों कर्मचारियों ने सभी को समझाया और काम पर वापस भेज दिया।
200 कर्मचारी पहुंचे थे
डिप्टी सीएम से मिलने उनके बंगले पर आउटसोर्स के 200 कर्मचारी के करीब पहुंचे थे। सुबह से ही बंगला के बाहर धरना दे दिए थे। कर्मचारियों की भीड़ देखते हुए मौके पर सीएसपी दल बल के साथ पहुंच गईं थी। अमहिया थाना प्रभारी भी मौजूद थे।