1 करोड़ की आईव्हीयूएस मशीन हुई इंस्टाल, इस मर्ज का होगा इलाज
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 1 करोड़ की लागत से आईव्हीयूएस मशीन को इंस्टाल किया गया। इसका लोकार्पण उपमुख्यमंत्री के हाथों गुरुवार को किया गया। इस मशीन से अब दिल के मरीजों का इलाज होगा। हार्ट में ब्लाकेज का इलाज इससे संभव होगा। मरीजों को बाहर नहीं भेजा जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आईव्हीयूएस मशीन का किया लोकार्पण
रीवा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियोलाजी विभाग में भी एक करोड़ रुपये की आईव्हीयूएस मशीन का लोकार्पण किया। यह मशीन हृदय रोगियों के एंजियोप्लास्टी इलाज में कारगर होगी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इस मशीन के आ जाने से अब जटिल एंजियोप्लास्टी किये जाने वाला कोई भी मरीज रीवा से बाहर इलाज हेतु नहीं भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल विंध्य अंचल के लिये वरदान है, इसे और अधिक सुविधा संपन्न बनाया जा रहा है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सभी विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही प्राथमिकता से की जा रही है। साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ की भी भर्ती होगी ताकि सभी पदों की पूर्ति हो जाय और यह अस्पताल अपनी पूरी क्षमता से संचालित हो तथा किसी भी मरीज को इलाज के लिये बाहर न भेजना पड़े। इस दौरान कार्डियोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी ने उप मुख्यमंत्री को मशीन की विशेषताओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मरीज के आर्टरी में अवरोधों को बेहतर ढंग से देखा जाकर सुगमता से स्टंट को इम्प्लांट किया जा सकेगा। बता दें कि विभागाध्यक्ष व्हीडी त्रिपाठी के कुशल मार्गदर्शन में हृदय रोगियों को बेहतर इलाज मिल रहा है। वह लगातार मरीजों को राहत देने प्रयासरत हैं। कार्यक्रम में प्रभारी कमिश्नर प्रतिभा पाल, डीन मेडिकल कॉलेज डॉ मनोज इंदुलकर, अधीक्षक डॉ अक्षय श्रीवास्तव, अधीक्षक डॉ.राहुल मिश्रा, डॉ आलोक प्रताप सिंह, डॉ अविजित सिंह, डॉ विवेक शर्मा, डॉ रंजीत झा, डॉ सुभाष अग्रवाल, डॉ राजीव द्विवेदी, डॉ एसके त्रिपाठी, डॉ प्रीतम सिंह एवं राजेश पाण्डेय सहित चिकित्सक उपस्थित रहे।