रीवा आएंगे आइडल फेम अभिजीत सावंत, बाधेंगे समां, जानिए किस कार्यक्रम में हो रहे शामिल

मेडिकल कॉलेज डायमंड जुबली मनाने जा रहा है। डायमंड जुबली कार्यक्रम में मप्र के राज्यपाल भी शामिल होंगे। कल्चर इवेंट में सिंगर अभिजीत सावंत को बुलाया गया है। कल्चरर नाइट में सिंगर अभिजीत सावंत समा बांधेंगे। तैयारियां जोरों पर चल रही है।

रीवा आएंगे आइडल फेम अभिजीत सावंत, बाधेंगे समां, जानिए किस कार्यक्रम में हो रहे शामिल
file photo

रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के स्थापना को 60 साल पूरे हो रहे हैं। 60 साल पूरा होने पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन डायमंड जुबली मनाने जा रहा है। इसके लिए तैयारी जोरों शोरों से चल रह है। कॉलेज में स्पोर्ट्स शुरू हो गए हैं। कॉलेज के छात्र बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। डायमंड जुबली में अब तक कॉलेज से पास आउट हुए पुरा छात्रों को भी बुलाया जा रहा है। देश विदेश में रह कर काम कर रहे सभी पुरा छात्र इसमें शामिल होंगे। विदेशों में काम कर रहे डॉक्टर भी यहां पहुंचेंगे। डायमंड जुबली को यादगार बनाने के लिए सिंगर अभिजीत सावंत को भी बुलाया गया है। अभिजीत सावंत कल्चर इवेंट में समां बांधेंगे। 23 दिसंबर को सन एंड मून में कल्चरर इवेंट का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में अभिजीत सावंत अपनी गीतों की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा 24 दिसंबर को डीजे विक्की के गानों पर मस्ती होगी। डायमंड जुबली का शुभारंभ 23 दिसंबर को कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरिय मेें होगा। कार्यक्रम में कॉलेज प्रबंधन राज्यपाल को भी बुला रहे हैं। इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है। इवेंट के लिए कृष्णा ऑडिटोरियम, सन एंड मून रेस्टारेंट, होटल सायाजी को एडवांस में बुक कर लिया गया है। इन्हीं जगहों पर पूरे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 
करीब 27 लाख होंगे खर्च
डायमंड जुबली कार्यक्रम की तैयारियां जोरों से चल रही है। कॉलेज परिसर को सजाया जा रहा है। रंगाई पुताई का काम चल रहा है। इसके लिए अलग अलग इवेंट के लिए बजट की भी स्वीकृति मिल गई है। करीब 27 लाख रुपए इस कार्यक्रम पर मेडिकल कॉलेज मद से खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा बाहर से कार्यक्रम में शामिल होने वाले पुरा छात्रों से भी रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में लिया जाएगा।
एक बार फिर जुटेंगे पुरा छात्र
डायमंड जुबली में कॉलेज से पास आउट पुरा छात्रों को भी निमंत्रण भेजा गया है। इसमें देश के अलग अलग हिस्सों में रह रहे पुरा छात्र भी शामिल होंगे। इसके अलावा विदेशों में सेवाएं दे रहे पुरा छात्रों के आने की भी संभावनाएं है। कई चिकित्सकों ने सहमति दी है। इन पुरा छात्रों से कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्रों को कुछ सीखने और जानपहचान करने का मौका मिलेगा।