बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं का कटा कनेक्शन तो लगेगा झटका, इतने रुपए भरने पड़ेंगे

स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद भी उपभोक्ता बिल भरने में कोताही बरत रहे हैं। नियमित बिल नहीं जमा करते, जिससे एरियर की राशि बढ़ती जा रही है। वहीं कैश डिमांड तक के लाले पड़ रहे हैं। शहर संभाग को 18 करोड़ का लक्ष्य मिला था। अब तक सिर्फ 9 करोड़ ही आए। अब विभाग भी सख्ती पर उतारू होने वाला है। छोटे बकायादारों के भी जल्द ही कनेक्शन काटे जाएंगे फिर जोडऩे पर 340 रुपए का करंट भी लगेगा। यह पेनाल्टी उपभोक्ता से वसूलीजाएगी।

बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं का कटा कनेक्शन तो लगेगा झटका, इतने रुपए भरने पड़ेंगे
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स्मार्ट मीटर लग गए फिर भी विभाग शतप्रतिशत बिल नहीं जमा करा पा रहा
90 हजार है रेग्युलर उपभोक्ता, इसमें से औसतन 70 हजार की जमा करते हैं बिल
रीवा। ज्ञात हो कि विद्युत विभाग ने उपभोक्ताओं के पुराने मीटर बदल कर नए स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू कर दिया है। स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद विभाग को उम्मीद थी कि बिल वसूली और कनेक्शन काटने में जूझना नहीं पड़ेगा। राजस्व भी नियमित आएगा। हालांकि विभाग की उम्मीदों पर उपभोक्ताओं ने पानी फेरना शुरू कर दिया है। सबसे खराब हालत सब्सिडी वाले उपभोक्ताओं ने कर दी है। कम बिल आने पर रेग्युलर बिल ही नहीं जमा करते। इनकी संख्या भी कम नहीं है। औसतन महीने में 20 हजार से अधिक उपभोक्ता बिल ही जमा नहीं करते। इसके कारण भी विद्युत विभाग कैश डिमांड तक की वसूली कर सिमट जाता है। एरियर की वसूली नहीं कर पाता। रेग्युलर बिल जमा नहीं होने से एरियर की राशि और बढ़ जाती है। यदि हम बात फरवरी महीने की करें तो अब सिर्फ वसूली के लिए दो दिन ही बचे हैं। इन दो दिनों में विभाग को कैश डिमांड का लक्ष्य पूरा करने के लिए दो करोड़ और एरियर डिमांड का लक्ष्य पाने के लिए 9 करोड़ रुपए वसूलने हैं।  यह अब संभव जान नहीं पड़ रहा है। अभी तक सिर्फ 50 हजार उपभोक्ताओं ने ही बिल जमा किया है। 40 हजार उपभोक्ताओं का बिल अटका हुआ है। इसमें सबसे अधिक छोटे बिल वाले उपभोक्ता है जो हर महीने समय पर बिल जमा नहीं करते और होल्ड करके रखते हैं। बुधवार तक शहर संभाग के खाते में सिर्फ 9 करोड़ की राशि ही आई है। फरवरी खत्म होने में दो दिन बचे हैं। इन दो दिनों में विभाग को 2 करोड़ रुपए वसूलने हैं।
तीन महीने जमा नहीं किए बिल तो लगेगी 340 की पेनॉल्टी
छोटी रकम समझ कर जो स्मार्ट मीटर उपभोक्ता बिल जमा नहीं करते हैं। उन्हें विभाग जल्द ही झटका देने वाला है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के कनेक्शन कटने पर उन्हें दोबारा जोडऩे के लिए भी चार्ज लगाया जाएगा। दोबरा कनेक्शन जोडऩे के लिए उपभोक्ताओं को 340 रुपए देने होंगे। यह राशि उनके बिल में अगले महीने जुड़ कर पहुंच जाएगी। अधिकतर उपभोक्ता जो शासन से सब्सिडी का फायदा ले रहे हैं। वह 100 रुपए या कम राशि का बिल आने पर दो से तीन महीने तक बिल जमा नहीं करते। ऐसे उपभोक्ताओं को विभाग जल्द ही जोर का झटका देगा। भले ही तीन महीने का बकाया एमाउंट 300 रुपए होगा लेकिन कनेक्शन कटने पर 340 रुपए की पेनाल्टी देनी हागी।
पुराना एरियर भी नहीं हो रहा खत्म
विद्युत विभाग का पुराना एरियर भी खत्म नहीं हो रहा है। कई उपभोक्ताओं के कनेक्शन कागजों में जिंदा है लेकिन मौके पर नहीं हैं। कई उपभोक्ताओं के घर टूट गए। अब मौके पर नहीं है। कई उपभोक्ता मृत हो गए लेकिन उनका एरियर अभी भी बकाया है। इनकी तलाश में विभाग जुटा हुआ है। एरियर की राशि तो जमा नहीं हो रही लेकिन हर महीने कैश डिमांड के साथ 20 फीसदी एरियर की राशि वसूलने का लक्ष्य मिल रहा है। यह भी विभाग को टेंशन दे रहा है। विभाग पुराने बकायादारों के बिल को खात्मा भी नहीं लगा पा रही है। प्रक्रिया लंबी होने और विभागीय कार्रवाई में फंसने के डर से भी अधिकारी इसमें हाथ डालने से बचते हैं। यदि किसी उपभोक्ता के पुराने एरियर को हटाने की प्रक्रिया कर भी बैठे और बाद में वही उपभोक्ता सामने आ जाए तो अधिकारियों पर ही गाज गिर जाएगी। यही वजह है कि एरियर की राशि भी लगातार बढ़ती ही जा रही है।
अब तक शतप्रतिशत बिल कभी नहीं जमा हुआ
रीवा शहर में हालात खराब है। यहां करीब 88 हजार से अधिक बिजली के उपभोक्ता है। 50 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इसके बाद भी बिलिंग का प्रतिशत नहीं बढ़ पा रहा है। बिल भरने वाले उपभोक्ताओं की अधिकतम संख्या 70 हजार तक पहुंच कर अटक जाती है। फिर भी 20 हजार उपभोक्ता छूट ही जाते हैं। इन उपभोक्ताओं को विभाग लाइन पर नहीं ला पा रहा है। मैन पॉवर कम होने के कारण इनके खिलाफ कार्रवाई करने में भी विभाग को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विद्युत विभाग के लाख कोशिशों और सख्ती के बाद भी बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं का आंकड़ा शतप्रतिशत नहीं पहुंच पा रहा है।
रीवा जिला में बकाया एरियर की स्थिति राशि लाख में
डिवीजन        एरियर राशि
रीवा सिटी        3344
मऊगंज           5426
त्योंथर            4742
ईस्ट डिवीजन    5706
वेस्ट डिवीजन    6457
एलटी              3057
टोटल              28733