गोविंदगढ़ तालाब में अवैध उत्खनन, नगर परिषद के यह नेता करा रहे उत्खनन, लाखों की मिट्टी बेच डाले

गोविंदगढ़ में तालाब गरीबकरण के नाम पर बड़ा खेल हो गया। बिना टेंडर और नगर परिषद की स्वीकृति के ही गहरीकरण का काम शुरू हो गया। ठेकेदारों ने मशीनरी तालाब में उतार दी। सैकड़ों ट्रक मिट्टी निकाल कर पेट्रोल पंप और प्लाट की पटाई चल रही है।

गोविंदगढ़ तालाब में अवैध उत्खनन, नगर परिषद के यह नेता करा रहे उत्खनन, लाखों की मिट्टी बेच डाले

नगर परिषद से प्रस्ताव तक नहीं हुआ पास, फिर भी काम हो गया शुरू
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा का सबसे बड़े तालाब गोविंदगढ़ अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। इस तालाब के गहरीकरण के नाम पर अवैध उत्खनन शुरू कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो नगर परिषद में किसी तरह का प्रस्ताव ही नहीं रखा गया। इसके बाद भी ठेकेदार ने गहरीकरण के नाम पर मशीनरी उतार दी है। तालाब में पिछले दो दिनों से अवैध उत्खनन का काम जारी है। इसकी जानकारी नगर परिषद गोविंदगढ़ के सीएमओ तक को नहीं है। उन्होंने भी इस बात से अनभिज्ञता जताई है। इसके बाद भी तालाब में मिट्टी का उत्खनन किया जा रहा है। तालाब से अब तक सैकड़ों ट्रक मिट्टी का उत्खनन किया जा चुका है। अभी यह काम धड़ल्ले से जारी है। लाखों रुपए की मिट्टी बेची जा चुकी है।
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नप से प्रस्ताव भी नहीं हुआ स्वीकृत
हद तो यह है कि मिट्टी का उत्खनन करने वाले ठेकेदार नगर परिषद से उत्खनन की बात कह रहे हैं। जबकि परिषद में किसी तरह का प्रस्ताव ही नहीं लाया गया। आचार संहिता के कारण किसी तरह की स्वीकृति मिलनी भी मुश्किल है। टेंडर भी नहीं लगा है। ऐसे में नए कार्यों की स्वीकृति कैसे मिल गई यह जांच का विषय है।
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लाखों रुपए की मिट्टी बेच डाली
सूत्रों की मानें तो तालाब में जेसीबी उतार दी गई है। दिन रात तालाब की खोदाई चल रही है। अब तक करीब 400 से 500 ट्रक मिट्टी निकाल कर बेची जा चुकी है। यहां निकलने वाली मिट्टी से गोविंदगढ़ में ही बन रहे एक पेट्रोल पंप की पटाई में खप चुकी है। इसके अलावा कुछ प्लाटिंग के लिए भी मिट्टी भेजी गई है। इससे शासन को भी राजस्व की हानि हो रही है।
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अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध
इस पूरे मामले में नगर परिषद गोविंदगढ़ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ही खनन का काम करा रहे हैं। यह तालाब किसके अंडर में यह भी किसी को जानकारी नहीं है। फिर भी उत्खनन शुरू करा दिया गया। उत्खनन में उपाध्यक्ष का वाहन लगे होने की बात भी सामने आ रही है। उपाध्यक्ष के पास डम्पर हैं। इन्हीं वाहनों से मिट्टी लेजाकर प्राइवेट लैंड में पाटी जा रही है।