रीवा में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा, जानिए क्या है वजह

गुरुवार की दोपहर रीवा में उस समय हड़कंप मच गया जब मानस भवन के सामने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। सड़क पर भगदड़ मच गई। कॉलेज चौराहा तक पुलिस बल तैनात रहा और सैकड़ों छात्रों, कार्यकर्ताओं की भीड़ दौड़ लगा रही थी। कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।

रीवा में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा, जानिए क्या है वजह

डिप्टी सीएम के बंगले का घेराव करने जा रहे थे कार्यकर्ता
रीवा। गुरुवार को डिप्टी सीएम के बंगले का घेराव करने जा रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भाजी। देश में हुए नीट परीक्षा में गड़बड़ी और नर्सिंग कॉलेज की मान्यता और नर्सिंग एमपी पीएनएसटी का रिजल्ट घोषित नहीं किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था।  विवेकानंद पार्क से रैली निकाल कर  डिप्टी सीएम के बंगले का घेराव करने जा रहे थे। एनएसयूआई कार्यकर्ता जेसे ही मानस भवन के पास पहुंचे। उन्हें पुलिस ने बेरिगेटिंग कर रोक लिया। इसके बाद उन पर पानी की बौछार की गई। फिर भी जब भीड़ नहीं मानी तो पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। पुलिस के लाठियां भांजते भी मौके पर भगदड़ मच गई। सारी भीड़ इधर से उधर हो गई। पुलिस ने छात्रों को दौड़ दौड़ा कर पीटा। कई छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही। एनएसयूआई कार्यकर्ता नीट परीक्षा और नर्सिंग घोटाले को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन में एनएसयूआई कार्यकर्ता तो शामिल थे ही साथ ही वह छात्राएं भी शामिल थी जिन्होंने पीएनएसटी की परीक्षा दी थी लेकिन रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन जब नहीं माने तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। कई एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी की गई है।

एनएसयूआई कार्यकर्ता शांति प्रिय तरीेक से रैली निकाल कर जा रहे थे। मामला तब बिगड़ गया जब पुलिस ने मानस भवन के सामने उन्हें रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस के हाथा पाई शुरू कर दी। उन्हें रोकने के लिए लगाए गए बैरिगेटिंग को तोडऩे लगे। इसमें कुछ पुलिसकर्मियों को चोट भी आ गई। इसी के बाद मामला बिगड़ गया और पुलिस ने लाठियां भांटनी शुरू कर दी। कॉलेज चौराहा से मानस भवत तक पुलिस बल तैनात रहा। हालंाकि जिस तरह से पुलिस की भीड़ नजर आ रही थी। उससे यह तो स्पष्ट है कि पहले से ही पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को सबक सिखाने की योजना बना ली थी।