रीवा में शराब के शौकीनों ने छक कर पी इतनी शराब कि टूट गया यह रिकार्ड
शराब के शौकीनों ने इस कदर शराब पी कि सारे रिकार्ड ही तोड़ दिए। इस साल चुनाव था। आचार संहिता के कारण दुकानें भी बंद रही। इसके बाद भी पिछले साल का रिकार्ड पियक्कड़ों ने तोड़ दिया। 6.63 फीसदी अधिक शराब इस साल बिकी। इससे शराब की खपत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
रीवा। इस बात का खुलासा कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में हुआ। रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने आबकारी विभाग से राजस्व वसूली की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित राजस्व वसूली की शत-प्रतिशत पूर्ति करें। इसके साथ-साथ संभाग के सभी जिलों में पुलिस एवं राजस्व प्रशासन से समन्वय बनाकर शराब की अवैध बिक्री पर कड़ी कार्यवाही करें। शराब के अवैध परिवहन में लिप्त वाहनों को राजसात कराएं। रीवा तथा सीधी लक्ष्य से कम वसूली का कारण स्पष्ट करें। गत वर्ष की तुलना में शराब बिक्री से प्राप्त होने वाले राजस्व में संभाग में 6.63 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उपायुक्त आबकारी इस संबंध में विश्लेषणात्मक जानकारी प्रस्तुत करें।
कमिश्नर ने कहा कि सभी जिलों में गत वर्षों की करोड़ों रुपए की वसूली शेष है। अभियान चलाकर लंबित राशि वसूल कराएं। संभागीय समीक्षा बैठक में वसूली के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। जो प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं उनमें स्टे समाप्त करने तथा शेष प्रकरणों की लंबित राशि के वसूली के विशेष प्रयास करें। कम्पोजिट दुकान खुलने के बाद देसी और विदेशी शराब की बिक्री में कमी अथवा वृद्धि के संबंध में उपायुक्त आबकारी विश्लेषण करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही विभाग से राजस्व प्राप्ति तथा शराब के अवैध व्यापार पर की गई कार्यवाही की नियमित समीक्षा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। बैठक में उपायुक्त आलोक खरे ने बताया कि गत वर्ष की तुलना में संभाग के सभी जिलों में राजस्व की वसूली वर्ष के अंत तक शत-प्रतिशत हो जाएगी। संभाग के सभी जिलों में इस वित्तीय वर्ष के लिए 229 कम्पोजिट दुकानों के लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं। शराब की अवैध बिक्री तथा परिवहन के विरूद्ध अभियान चलाया जाएगा। बैठक में संयुक्त आयुक्त निलेश परीख, सहायक आयुक्त आबकारी रीवा अनिल जैन, उप संचालक डीएस सिंह तथा सभी जिलों के आबकारी अधिकारी उपस्थित रहे।
सतना और रीवा के लोगों ने छोड़ दी देसी पीना
कम्पोजिट दुकान खुलने के बाद सतना और रीवा जिले में देसी मदिरा की बिक्री में कमी आई है। शराब के शौकीनों ने देसी की जगह अंग्रेजी शराब को ज्यादा पसंद किया है। कम्पोजिट दुकान खुलने के बाद से यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है। देसी शराब पीने वाले भी अब अंग्रेजी शराब का मजा ले रहे हैं। जबकि विदेशी मदिरा और बीयर की बिक्री में वृद्धि हुई है। सीधी और सिंगरौली जिले में शराब की बिक्री में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है।