भारत छोड़कर अरब देशों में शिफ्ट हो रहे भारतीय, अब तक इतने करोड़पति छोड़ चुके हैं भारत संख्या आपको चौंका देगी

करोड़पतियों को भारत रास नहीं आ रहा है। करोड़पति भारत छोड़कर दूसरे देशों में बस रहे हैं। इन देशो में अरब देश को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। अब तक भारत से हजारों करोड़ प्रति पलायन कर चुके हैं। वर्ष 2024 में ही 4300 करोड़पति भारत छोड़कर जा चुके हैं। वहीं इसके पहले यह संख्या करीब 5100 थी।

संयुक्त अरब अमीरात पहली पसंद, दुबई दूसरे नंबर पर
नई दिल्ली।  इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट फर्म हेनले एंड पार्टनर्स ने अपनी हालिया रिपोर्ट में दावा किया है कि इस साल यानी 2024 में करीब 4300 करोड़पति भारत छोड़ सकते हैं और दूसरे देशों में जाकर बस सकते हैं। हेनले एंड पार्टनर्स  की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिन्दुस्तान छोडऩे वाले करोड़पतियों में से बड़ी संख्या में लोग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को अपने पसंदीदा गंतव्य स्थान के रूप में चुन रहे हैं। दूसरे स्थान पर दुबई है। भारतीयों की पसंद के मामले में अमेरिका और यूरोप के देश तीसरे नंबर पर आते हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल करीब 5100 करोड़पति भारत से पलायन कर चुके हैं। दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला भारत करोड़पतियों के पलायन के मामले में दुनिया भर में चीन और ब्रिटेन के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है। माना जा रहा है कि भारत अब आबादी के मामले में भी दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन से आगे निकल चुका है, लेकिन इसका शुद्ध करोड़पति पलायन चीन की दर 30 प्रतिशत से अभी पीछे है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत हर साल हजारों करोड़पतियों को खो रहा है। इनमें से ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात जाकर बस रहे हैं। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जितने लोग विदेश पलायन कर रहे हैं, उससे ज्यादा संख्या में उसी पूंजी मूल्य वर्ग के लोग भारत में पैदा हो रहे हैं। यानी नए करोड़पति बन रहे हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भले ही बड़ी संख्या में भारतीय करोड़पति पलायन कर विदेशों में जाकर बस रहे हैं, लेकिन वे अपने दूसरे घर के रूप में भारत को नहीं छोड़ रहे और न ही अपने कारोबारी हितों को छोड़ पा रहे हैं।
दुनियाभर से 1.28 लाख करोड़पति पलायन कर चुके हैं
इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल यानी 2024 में दुनिया भर में लगभग एक लाख 28 हजार करोड़पतियों के पलायन करने का अनुमान है। इनके पसंदीदा देशों में संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका टॉप पर हैं। बता दें कि ऐसे प्रवासी करोड़पति अपने साथ संपत्ति ले जाते हैं। इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है। भारत में धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है। यह उद्योगपतियों के पलायन की सबसे बड़ी वजह है। ये ऐसे देश में रहना पसंद करते हैं, जहां सुकून के साथ अपना कारोबार कर सकें। सरकार उनका संरक्षण करे, न कि दमन। हाल ही में खुलासा हुआ था कि जिन लोगों ने भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड से चंदा दिया, उनमें से बहुत से लोग ऐसे थे, जिनके यहां केंद्रीय एजेसियों ने छापेमारी की थी।