नहीं बचा मासूम मयंक...42 घंटे बाद रेस्क्यू आपरेशन हुआ खत्म, डेड बॉडी आई बाहर
बोर में फंसा 5 साल के मयंक को बचाया नहीं जा सका। 42 घंटे बाद रेस्क्यू आपरेशन खत्म हुआ। मयंक की बाडी को बाहर निकाल लिया गया है। बाडी निकालने के बाद त्योंथर अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मयंक को बचाने के लिए कलेक्टर, एसपी ने दिन रात एक कर दिया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम ने जमकर पसीना बहाया लेकिन मयंक को बचाया नहीं जा सका। एक छोटी सी लापरवाही मयंक की जिंदगी पर भारी पड़ गई।
मौके पर छाया सन्नाटा, मयंक की बॉडी को त्योंथर अस्पताल भेज दिया गया है
रीवा। ज्ञात हो कि जनेह थाना अंतर्गत मनिका गांव का रहने वाला 5 साल का मयंक गेहंू की बालियां बिनते समय खुले बोर में समा गया था। शुक्रवार की दोपहर 3.30 बजे वह बोर में गिरा। इसके बाद से ही रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया। पहले परिजनों ने उसे बचाने की कोशिश की इसके बाद प्रशासन पहुंच गया। दो दिनों तक रेस्क्यू आपरेशन चला। एनडीआरएसफ की टीम वाराणसी से बुलाई गई। 50 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। फिर टनल बनाई गई। 45 फीट पर बोर में मयंक को तलाशा गया लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद टनल से ऊपर की तरफ सुरंग बनाने का काम शनिवार की रात 7 बजे से शुरू हुआ। मैनुअल खोदाई में घंटों लगे। दोपहर करीब 12.30 बजे तक एनडीआरएफ टीम उस जगह पहुंची जहां मयंक दबा हुआ था। मयंक को बाहर निकाला गया। डॉक्टरों की टीम ने जांच की लेकिन उसकी सांस थम चुकी थी। दो दिनों से मयंक को बचाने का चल रहा प्रयास बेकार चला गया। लोगों की दुआएं भी काम नहीं आईं। कलेक्टर, एसपी ने दो दिन और दो रात आंखों में काट कर बिताईं। उनकी मेहनत पर भी पानी फिर गया।