महिला पार्षद का अपमान: परिषद की बैठक से धक्केमार कर बाहर निकाल दिया गया, झूमाझटकी तक की गई
गुरुवार को नगर निगम में परिषद की बैठक में एक महिला जनप्रतिनिधि का अपमान किया गया। भाजपा और कांग्रेस के पार्षद भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर महिला कर्मचारी को धक्का देकर कक्ष से बाहर निकाल दिया। किसी ने भी इस अशोभनीय कृत्य को रोकने के लिए आवाज नहीं उठाई। महिला पार्षद का कसूर सिर्फ इतना था कि वह गलत को गलत कह रही थी। यही बात पहले नगर निगम अध्यक्ष को नागवार गुजरी बाद में पार्षद और महापौर भी महिला पार्षद के विरोध में खड़े हो गए। महिला पार्षद को कांग्रेस की महिला पार्षदों से धक्का देकर बाहर निकलवाया गया।
कर्मचारियों से जुड़े जवाब पार्षद ने मांगे थे, दिया गया अधूरा जवाब
परिषद की बैठक में उठाया पार्षद ने मुद्दा तो भड़क गए अध्यक्ष
रीवा। गुरुवार को दिन रीवा के लिए काला दिन कहें तो गलत नहीं होगा। नगर निगम की परिषद की बैठक में एक महिला पार्षद को बेइज्जत कर बाहर निकाल दिया गया। पार्षदों से धक्का मार कर बाहर निकलवाया गया और दरवाजा बंद करा दिया गया। ताज्जुब तो यह है कि भाजपा के पार्षद और कांग्रेस के महापौर, पार्षद सभी तमाशबीन बने रहे और इस कार्रवाई का समर्थन करते रहे। महिला पार्षद सिर्फ भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रही थी। परिषद में सवाल उठाने पर महिला पार्षद के साथ अभद्रता की गई। महिला पार्षद ने कर्मचारियों को मिली दोहरी, तीहरी जिम्मेदारी और मिली सुख सुविधाओं के बारे में जानकारी चाही गई थी। महिला पार्षद नम्रता सिंह को अधूरी जानकारी दी गई। जानकारी में यह तो बताया कि कौन सा कर्मचारी क्या है लेकिन किस पद का प्रभारी है यह नहीं बताया गया। उनकी योग्यता की भी जानकारी नहीं दी गई। यही सवाल परिषद में पार्षद नम्रता सिंह ने अध्यक्ष से किया। इसी बात पर वह भड़क गए और नगर निगम परिषद की बैठक से उन्हें बाहर कर दिया। पार्षद एक बार बाहर हुई। इसके बाद उन्होंने दोबारा परिषद के अंदर प्रवेश किया और सवाल दागे। इस मर्तबा बात बिगड़ गई। पार्षद नम्रता ङ्क्षसह के खिलाफ परिषद में बैठे सभी पार्टी के पार्षदों ने विरोध कर दिया। उन्हें बाहर निकालने का एक स्वर में समर्थन कर दिया। इसके बाद कांग्रेस की पार्षद नजमा बेगम और रमा दुबे ने पहुंच कर पार्षद नम्रता सिंह को बाहर निकालने की कोशिश की। इस दौरान तीनों के बीच नोंकझोंक भी हुई। बाद में बल पूर्वक महिला पार्षद को परिषद कक्ष से बाहर निकालकर तीनों दरवाजे बंद कर दिए गए।
पहली मर्तबा कांग्रेस पड़ी भारी, सभी प्रस्ताव हुए पास
ऐसा पहली मर्तबा हुआ है जब कांग्रेस के महापौर और पार्षद ने सम्मिलन में रखे गए प्रस्तावों का विरोध नहीं किए। सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। कांग्रेस के पार्षद और महापौर खुश नजर आए।