5 मंजिला दो मजिस्द और एक मदरसे पर चली जेसीबी, 8 बुलडोजर तोडऩे में लगे

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सरकारी जमीन पर बने दो 5 मंजिला मस्जिदों और एक मदरसे पर प्रशासन ने जेसीबी चला दी। 8 जेसीबी इन्हें तोडऩे में लगाई गई। करीब 4 घंटे इन्हें गिराने में लगा। इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने किसी भी तरह की वीडियो शूटिंग पर प्रतिबंध लगा रखा था। इसके अलावा दो मंदिरों को भी तोडऩे की कार्रवाई की गई है।

लखनऊ। लखनऊ में 5 मंजिला दो मस्जिदों और एक मदरसे को प्रशासन ने मंगलवार देर रात ढहा दिया। अकबरनगर फेज-2 की इन मस्जिदों को ढहाने का काम रात 12.30 से 3.30 बजे तक चला। इसके लिए 8 बुलडोजर लगे थे। पहले मस्जिदों के ग्राउंड फ्लोर की दीवारों को खोखला किया गया। धीरे-धीरे सारे पिलर तोड़े गए। आखिरी में केवल एक पिलर बचा था, बुलडोजर से इसे धक्का देते ही पूरी मस्जिद भरभराकर गिर गई। मस्जिदों को गिराने के दौरान सिर्फ पुलिस और प्रशासन के लोग मौजूद रहे। बाहरी लोगों को हटा दिया गया। सुरक्षा को देखते हुए वहां से गुजरने वाले फ्लाईओवर का एक हिस्सा भी बंद कर दिया गया। दोनों मस्जिद और मदरसे को गिराने में करीब 4 घंटे लगे। इन दोनों मस्जिदों को सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से 2016-17 में बनवाया गया था।  लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर ने बताया कि तीनों बिल्डिंग की हाइट ज्यादा थी, ऐसे में नॉर्मल तरीके से तोडऩे में काफी वक्त लग जाता। इसलिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया। प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों के मोबाइल निकालने और वीडियो बनाने पर पाबंदी लगा दी थी। प्रशासन को आशंका थी कि अगर तुरंत वीडियो सर्कुलेट हुआ तो कार्रवाई में दिक्कत आ सकती है। हालांकि, प्रशासन ने खुद ड्रोन से वीडियो शूट करवाए थे।
मस्जिद ढहाने से पहले मंगलवार दिन में प्रशासन ने अकबरनगर में सरकारी जमीन पर बने दो मंदिरों को भी बुलडोजर से तोड़ा था। एक बड़ा जबकि दूसरा छोटा मंदिर था। प्रशासन का दावा है कि दोनों मंदिर अवैध तरीके से अतिक्रमण करके बनाए गए थे। अकबरनगर फेज-एक और दो में अब अवैध अतिक्रमण को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है। यहां अवैध रूप से बने 1,169 आवास और 101 कॉमर्शियल निर्माण ध्वस्त किए गए। भीखमपूरा इलाके में भी कुछ स्थायी निर्माण तोड़े गए।  कुल 1,321 स्थायी निर्माण के साथ करीब 1,800 अवैध निर्माण को तोड़ा गया। करीब 24.5 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। अब 1500 टन से ज्यादा मलबा हटाने का काम शुरू किया जाएगा।