मानसुन के आने के पहले ही पानी में डूबा केरल, जोरदार बारिश से 4 लोगों की मौत भी हो गई
मानसून के भारत में इंट्री करने में अभी समय है। 30 मई तक मानसून के केरल में पहुंचने का अनुमान है। इसके पहले ही मौसम केरल पर इस कदर मेहरबान हुआ कि अब वहां बारिश ही नहीं थम रही है। जोरदार बारिश से कई जिले तरबतर हो गए। भारी बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने आने वाले तीन चार दिनेां तक ऐसे ही बारिश का अनुमान जताया है।
भारी बारिश से चार लोगों की हुई मौत
केरल। केरल में भारी बारिश का दौर जारी है। बारिश-जन्य हादसों में चार लोगों की मौत हो गई है। गुरुवार को मौसम विभाग ने दो जिलों के लिए रेड, जबकि छह जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, केरल में अभी तीन दिन तक तेज बारिश होती रहेगी। इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार को भी भारी बारिश जारी रही, जिससे तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और त्रिशूर सहित प्रमुख शहरों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। आईएमडी ने एर्णाकुलम और त्रिशूर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया। इससे पहले इन दोनों स्थानों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग ने राज्य के पथानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से अधिक की भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट के तहत 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश की संभावना होती है। छह सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश की संभावना होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है। सरकार ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। लगातार भारी बारिश के मद्देनजर महामारी की रोकथाम की गतिविधियों को दुरुस्त करने के प्रयासों के तहत गुरुवार को तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य विभाग निदेशालय में एक नियंत्रण कक्ष खोला गया।
तिरुवनंतपुरम मे सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति
भारी बारिश के कारण कोच्चि के बस स्टैंड में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। तिरुवनंतपुरम में सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति है। राज्य के कई शहरों में जलभराव है, जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के अनुसार तिरुवनंतपुरम में कई घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि तीन घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। भारी बारिश को देखते हुए तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम जिलों में दो राहत शिविर लगाए गए हैं। राज्य भर से सड़कों और कृषि को व्यापक नुकसान की भी खबरें मिलीं। अलप्पुझा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर थुरवूर क्षेत्र गुरुवार को तीन घंटे से अधिक समय तक अवरुद्ध रहा। अलाप्पुझा में कुट्टनाड क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भी पानी भर गया। कोझिकोड के मावूर क्षेत्र में कृषि क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ और मलप्पुरम तथा कासरगोड जिलों से मामूली रूप से भूस्खलन हुआ है। त्रिशूर शहर भी जलभराव की समस्या से पीडि़त है। दुकानों और यहां तक कि कुछ निजी अस्पतालों में भी पानी भर गया।