तहसीलदारों की हड़ताल से भू अभिलेख अधिकारियों ने पीछे खींचा हाथ

जबलपुर के तहसीलदार, पटवारी और कम्प्यूटर आपरेटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के कारण कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारी काम बंद हड़ताल पर चले गए थे। उनका साथ भू अभिलेख अधिकारी संघ ने भी दिया था। दोनों संघ के बीच मनमुटाव होने से अब इनके बीच फूट पड़ गई है। भूअभिलेख अधिकारी संघ के सभी सदस्य काम पर वापस लौटने की घोषणा कर दिए हैं। एसएलआर, एएसएलआर काम पर वापस लौट आए है।

मनमुटाव से बनी दूरिया, काम पर वापस लौट आए अधिकारी
रीवा। ज्ञात हो कि जबलपुर की घटना को लेकर सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार हड़ताल पर चले गए हैं। उनका साथ एसएलआर और एएसएलआर ने भी दिया है। हड़ताल के कारण राजस्व कार्यालयों में काम काज पूरी तरह से ठप पड़ गया है। इसी बीच अब दो संघों के बीच फूट पड़ गई है। दोनों विभागों में मनमुटाव आने से एक धड़ा काम पर वापस लौट आया है। इसकी सूचना भी शासन को दे दी है। भूअभिलेख अधिकारी संघ ने राजस्व विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि भू अभिलेख अधिकारी संघ ने 29 सितंबर 2023 का कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ में संविलियन के लिए पत्र लिखा था। प्रत्येक कार्यवाही में भू अभिलेख अधिकारी संघ ने समर्थन देने पर सहमति जताई थी। इसके बाद भी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने भू अभिलेख अधिकारियों को संघ का अंग न मानते हुए संघ के निर्वाचन में सम्मलित नहीं किया गया। इसी बात से भू अभिलेख अधिकारी संघ नाराज हो गया है। राजस्व विभाग को पत्र लिखकर कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संघ की वर्तमान हड़ताल से खुद को अलग करते हुए कार्य पर उपस्थित होने की घोषणा कर दी है। सभी एसएलआर, एएसएलआर काम पर वापस लौट आए हैं।