पकड़े गए तेंदुआ के शिकारी, ऐसी जगह छुपे थे कि आप भी जानकर रह जाएंगे हैरान, वन विभाग ने ऐसे पकड़ा

तेंदुआ का शिकार करने वाले शिकारी पकड़े गए। तीन आरोपियों ने मिलकर तेंदुआ का शिकार किया था। पांच दिन बाद वन विभाग को सफलता मिली। न्यायालय में पेश करने के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। आरोपी वारदात करने के बाद से फरार थे। कोई तीन आरोपी तीन अलग अलग जगहों पर छुपे थे। सब को ट्रेस कर पकड़ा गया।

पकड़े गए तेंदुआ के शिकारी, ऐसी जगह छुपे थे कि आप भी जानकर रह जाएंगे हैरान, वन विभाग ने ऐसे पकड़ा

REWA.वन परिक्षेत्र सेमरिया की पूर्वा उत्तरी बीट के जंगल में 8 जनवरी को 8 साल के तेंदुआ का शिकार किया गया था। वृक्षारोपण की फेंसिंग जाली में फंसा हुआ मिला था। सूचना मिलने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी एवं वन अमला स्थल पर पहुंचा तो वहां के साक्ष्य शिकार की तरफ इशारा कर रहे थे। मौके से फंदा भी बरामद हुआ था। इसके बाद वन मंडल रीवा के डीएफओ अनुपम शर्मा ने सतना डॉग स्कॉड की टीम को मौके पर बुलाया। स्नीफर डॉग की मदद से शिकारियों की तलाश शुरू की गई। टीम को सफलता शिकारियों के गांव तक पहुंचने में मिली लेकिन वह मौके से भाग निकले। इनकी तलाश में वन विभाग ने पांच दिनों तक जगह जगह छापामार कार्रवाई की। लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसके बाद साइबर सेल की मदद ली गई। मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। इसके बाद ही तीनों आरोपी वन विभाग की टीम के हाथ लग गए। इन तीनों आरोपियों रजनीश, दिलीप और महेन्द्र को गिरफ्तार कर वन विभाग की टीम ने सिरमौर न्यायालय में पेश किया। जहां से इन्हें रीवा जेल भेज दिया गया है। यह पूरी कार्रवाई डीएफओ अनुपम शर्मा और एसडीओ पूजा नागले के निर्देशन में की गई। वन परिक्षेत्र सेमरिया के रेंजर संजय सिंह परिहार ने आरोपियों को पकडऩे में टीम का नेतृत्व किया। इस पूरे मिशन में छोटेलाल सिंह परिक्षेत्र सहायक सेमरिया, संतोष मिश्रा परिक्षेत्र सहायक, श्यामलाल कोल वनपाल, पुष्पेन्द्र शुक्ला वन रक्षक, जयदीप सोलंकी वन रक्षक, रामकलेश साकेत वनरक्षक की सराहनीय भूमिका रही।


सुअर का शिकार करने के लिए लगाया गया था फंसा
पकड़े गए आरोपियों से वन विभाग की टीम ने पूछताछ की। तीनों आरोपियों ने वन विभाग के शक की पुष्टि कर दी। उन्होंने बताया कि जंगली सुअर का शिकार करने के लिए वृक्षारोपण क्षेत्र की चैनलिंक फेसिंग में फंदा लगाया गया था। इसमें जंगली सुअर तो नहीं फसा लेकिन तेंदुआ के फंसने से उसकी मौत हो गई।
मोबाइल ट्रेसिंग से मिली लोकेशन फिर टीम ने मारी रेड
वन विभाग की डॉग स्क्वाड की मदद से आरेापियों के गांव तक पहुंच गई थी। आरोपियों को इसकी भनक लगी और वह गांव छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद इन तीनों आरोपियों के मोबाइल नंबर को ट्रेस करने की कार्रवाई की गई। मोबाइल नंबर ट्रेसिंग के आधार पर ही वन विभाग की टीम उन तक पहुंच गई। एक आरोपी को रीवा से, दूसरे को सेमरिया और तीसरे को पुर्वा के पास से पकड़ा गया है। तीनों ही घर छोड़ कर रिश्तेदारेंा के यहां छुपे हुए थे।
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तेंदुआ का शिकार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। मोबाइल ट्रेसिंग और मुखबिर की मदद से इन आरोपियों तक टीम पहुंची। एक आरोपी रीवा, दूसरा सेमरिया और तीसरा पूर्वा से गिरफ्तार किया गया है।
अनुपम शर्मा
डीएफओ, वन मंडल रीवा