लोकसभा प्रत्याशी ने ईवीएम हैक किए जाने का लगाया आरोप, अहमदाबाद के इंजीनियरों पर जताया शक

शुक्रवार को 2.19 घंटे तीन विधानसभा कक्ष का सीसीटीवी बंद रहा। इस पर कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी ने बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने ईवीएम को हैक किए जाने की आशंका जताई है। गुजरात के अहमदाबाद से आए इंजीनियरों पर ईवीएम हैक किए जाने का शक जताया है। उनके इस पत्र ने फिर से हड़कंप मचा दिया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र, जताई प्रतिबंधित व्यक्तियों को फिर से इंट्री दिए जाने पर आपत्ति
रीवा। ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान के बाद ईवीएम को इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखवाया गया है। स्ट्रांग रूम में रखे ईवीएम को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। स्ट्रांग रूम के अंदर ईवीएम की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है। वहीं बाहर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। ईवीएम को देखने के लिए स्क्रीन परिसर में लगाया गया है। जिसे लोकसभा प्रत्याशी स्क्रीन पर हर समय देखते सकते हैं। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे अचानक सीसीटीवी कैमरा ने काम करना बंद कर दिया। दोपहर करीब 2.19 बजे तक सीसीटीवी कैमरा बंद रहा। तीन विधानसभा सिरमौर, सेमरिया और त्योंथर के सीसीटीवी बंद हुए। सीसीटीवी बंद होने के बाद लोकसभा प्रत्याशियों को हमला करने का मौका मिल गया। इसमें सबसे आगे कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी नीलम अभय मिश्रा रहीं। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर ईवीएम हैक किए जाने की आशंका जताई है। उन्होंने स्पष्ट कहा गया है कि गुजरात के अहमदाबाद की कंपनी को ही सीसीटीवी कैमरा औरसेटेलाइटर सर्वर आदि का कार्य करने का ठेका दिया गया है। गुजरात के चार इंजीनियर परिसर में देखे गए हैं जो बाहर गाड़ी में बैठकर लैपटॉप में काम कर रहे थे। नीलम मिश्रा ने आशंका जताई है कि बाहर से आए इंजीनियरों ने ही 2.19 घंटे में कैमरा बंद होने के दौरान सेटेलाइट के माध्यम से ईवीएम मशीन को हैककर जनता द्वारा डाले गए वोटों में परिवर्तन किया गया है। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से आवश्यक कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
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अहमदाबाद की कंपनी पर जताई आपत्ति
नीलम अभय मिश्रा ने कहा कि सीसीटीवी, सर्वर आदि का ठेका अहमदाबाद गुजरात की कंपनी विमुक्ति सॉल्यूशन को दिया गयाहै। यह वही कंपनी है जिसे 6 महीने पहले विधानसभा चुनाव में भी काम दिया गया था। इसी कंपनी पर बार बार क्यो मेहरबानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस कंपनी के इंजीयरों द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के अदंर स्ट्रांग रूम के आसपास उपलब्ध रहकर ईवीएम हैक करने की आशंका है। विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश शुक्ला नाम का इंजीनियर गललत कार्य कर रहा था। शिकातय पर उसका प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था। अखिलेश रीवा का निवासी है। इस प्रकार के कर्मचारी बतौर भाजपा एजेंट बनकर स्ट्रांग रूम में आज भी अनाधिकृत प्रवेश कर रहे हैं। मौके पर कांग्रेस के प्रतिनिधि भी मौजूद थे उनसे अभद्रता पूर्वक बात की गई। भाजपा सरकार और उप मुख्यमंत्री का डर दिखाया गया। स्थानीय प्रशासन पर उन्हें संरक्षण देने का भी आरोप लगाया गया है। लोकसभा प्रत्याशी नीलम मिश्रा ने ऐसे लोगों के अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है।