स्वस्थ्य हुए भगवान जगन्नाथ, दर्शन देने नगर भ्रमण में निकलेंगे जगत के नाथ

15 दिन बीमार रहने के बाद अब भगवान जगन्नाथ स्वस्थ्य हो गए हैं। स्वस्थ्य होने के बाद अब वह जनता को दर्शन देने शहर भ्रमण पर निकलेंगे। नगर भ्रमण की सारी तैयारियं पूरी कर ली गई हैं। भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा रविवार वार को निकाली जाएगी। जगत के नाथ भक्तों का हाल जानने रथ में सवार होकर बलभद्र और बहन सुभद्रा संग नगरवासियों को दर्शन देंगे। भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा लक्ष्मणबाग मंदिर से निकलकर शहर भ्रमण करेगी और रात्रि विश्राम मानस भवन में होगा।

स्वस्थ्य हुए भगवान जगन्नाथ, दर्शन देने नगर भ्रमण में निकलेंगे जगत के नाथ

लक्ष्मणबाग मंदिर से शहर भ्रमण पर निकलेगी रथयात्रा, भानस भवन में करेंगे रात्रि विश्राम
रीवा। इस वर्ष भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शहर में धूमधाम से निकलेगी। विगत वर्ष रीवा राजघराने के राजगुरु श्री श्री 1008 श्री हरिवंशाचार्य जी महाराज ब्रह्लीन हो गए थे, जिसके चलते रथयात्रा कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। अब इस वर्ष भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकालने की तैयारी आरम्भ हो गई है। बता दें कि इसके पहले कोरोनाकाल में वर्ष 2020 और 2021 में ऐतिहासिक रथयात्रा परम्परा अनुसार नहीं निकल सकी थी। फिर 2022 में निकली और 2023 में पुन: स्थगित हो गई। अब वर्ष 2024 में ऐसा कोई व्यवधान नहीं है। लिहाजा श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ रथयात्रा में शामिल होने आतुर हैं। इधर, जगत के नाथ भगवान जगन्नाथ भी स्वस्थ हो गए हैं।
गौरतलब है कि परम्परा के अनुसार ज्येष्ठ माह समाप्त होते ही भगवान जगन्नाथ को 108 घड़ों के पानी से महास्नान कराया जाता है, जिससे उन्हें लू लग जाती है। फिर बीमार भगवान का इलाज राजवैद्य द्वारा किया जाता है, जो शुक्रवार तक चला। अब पंद्रह दिन इलाज और आराम करने के बाद भगवान भक्तों को दर्शन देने नगर भ्रमण पर 7 जुलाई को निकलेंगे। जगत के नाथ भक्तों का हाल जानने रथ में सवार होकर बलभद्र और बहन सुभद्रा संग नगरवासियों को दर्शन देंगे। भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा लक्ष्मणबाग मंदिर से निकलकर शहर भ्रमण करेगी और रात्रि विश्राम मानस भवन में होगा। तत्पश्चात अगली सुबह भण्डारा प्रसाद वितरण उपरांत यात्रा एसएएफ चौराहा होते हुए वापस लक्ष्मणबाग मंदिर पहुंचेगी, जहां पुन: भण्डारा का आयोजन किया जायेगा।
भगवान का होगा श्रृंगार
रीवा में बिछिया नदी के किनारे ऐतिहासिक लक्ष्मणबाग मंदिर स्थापित है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ स्वामी, बड़े दाऊ बलभद्र ओर बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं। मंदिर के पुजारी पं शुक्ल ने बताया कि भगवान स्वस्थ्य हो गए हैं। स्वस्थ्य होने के उपरांत अब महास्नान के बाद भगवान का श्रृंगार होगा। फिर भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
184 वर्ष पुरानी परम्परा
उल्लेखनीय है कि लक्ष्मणबाग मंदिर की यह परम्परा पिछले 184 वर्षों से निरंतर चली आ रही है। तत्कालीन रीवा रियासत के महाराजा भाव सिंह ने लक्ष्मण बाग मंदिर का निर्माण कराकर पुरी की तर्ज में रथ यात्रा का शुभारंभ किया था, तब से अब तक हर वर्ष रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। बघेलखण्ड के महाराज रघुराज ङ्क्षसह के समय रथ को रस्से के सहारे हाथ से खींचने की परम्परा रही। अब ट्रैक्टर के सहारे भगवान का रथ नगर भ्रमण पर निकलता है। रथयात्रा के समय जगह-जगह विशेष आतिशबाजी व भव्य प्रसाद वितरण होता रहा। इस वर्ष पुन: धूमधाम से नगर में रथयात्रा निकालने की तैयारी जारी है।
7 को मानस भवन में विश्राम करेंगे भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी
मानस भवन रीवा से शुक्रवार को लक्ष्मण बाग संस्थान रीवा पहुँच कर मानस मंडल के सदस्यों ने भगवान जगन्नाथ स्वामी को मानस भवन में रात्रि विश्राम एवं 8 जुलाई को भक्तों द्वारा पूजन, आरती, 56 भोग प्रसाद ग्रहण करने एवं भंडारा आयोजन हेतु आमंत्रित किया। समिति सदस्यों ने सभी नगरवासियों से रथयात्रा में शामिल होने एवं भण्डारा प्रसाद ग्रहण करने की अपील की है। संस्थान की ओर से पंडित दीनानाथ शास्त्री ने पूजा अर्चना संपन्न कराई एवं सहर्ष आमंत्रण को स्वीकार किया। इस दौरान अध्यक्ष सुभाष बाबू पाण्डेय, उपाध्यक्ष पीयूष त्रिवेदी, सचिव अशोक तिवारी, संरक्षक सदस्य डी.पी. सिंह, सहसचिव रामसुशील गुप्ता, वरिष्ठ सदस्य राममणि मिश्रा, सदस्य पवन तिवारी सदस्य अवधेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।