मप्र का पहला ब्रीडिंग सेंटर रीवा में खुलेगा, 24 करोड़ लागत आएगी, जानिए कब मिली थी अनुमति और कहा खुलेगा

सफेल शेर की जन्म स्थली की पूरे विश्व में पहचान बना चुका विंध्य अब एक और कीर्तिमान गढऩे जा रहा है। रीवा में प्रदेश का पहला टाइगर ब्रीडिंग सेंटर खुलने जा रहा है। सेंट्रल जू अथॉरिटी से गोविंदगढ़ में ब्रीडिंग सेंटर की अनुमति चिडिय़ाघर की स्वीकृति के साथ ही मिल गया था। अब इस पर अमल शुरू हुआ है। प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए पीसीसीएफ से सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेज दिया गया है।

मप्र का पहला ब्रीडिंग सेंटर रीवा में खुलेगा, 24 करोड़ लागत आएगी, जानिए कब मिली थी अनुमति और कहा खुलेगा
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गोविंदगढ़ में जहां सफेद बाघ मोहन पला और बढ़ा था अब वहीं बाघों की नस्लें तैयार होंगी
कुसमनियां बीट में 8 हेक्टेयर भूमि पर खुलेगा टाइगर ब्रीडिंग सेंटर
रीवा। रीवा का गोविंदगढ़ सिर्फ रघुराज सागर तालाब और किला के नाम से ही नहीं पहचाना जाएगा। जिस जगह पर सफेद बाघ मोहन को रखा गया था। अब उसी क्षेत्र में टाइगर ब्रीडिंग सेंटर में खोला जाएगा। अब यहीं पर सफेद बाघों की नई नस्लें तैयार की जाएंगी। ब्रीडिंग सेंटर शुरू करने का काम अब गति पकड़ चुका है। रीवा सीसीएफ कार्यालय से स्थल का चयन करने के बाद प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए भोपाल पीसीसीएफ कार्यालय भेजा गया। पीसीसीएफ भोपाल से स्वीकृति के लिए प्रस्ताव को सेंट्रल जू अथॉरिटी के पास भेज दिया गया है। अब सिर्फ सेंट्रल जू अथॉरिटी से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। हरी झंडी मिलते ही ब्रीडिंग सेंटर शुरू कर दिया जाएगा।


गोविंदगढ़ के कुसमानी जंगल में खुलेगा ब्रीडिंग सेंटर
रीवा के गोविंदगढ़ सर्किल के कुसमानी बीट में आरएफ नंबर 8 में टाइगर ब्रीडिंग सेंटर के लिए जगह फाइनल की गई है। जगह का चिन्हांकन पहले ही कर लिया गया था। अब किस तरह से ब्रीडिंग सेंटर का निर्माण किया जाएगा। इसका डीपीआर अब जाकर तैयार हुआ है। कुसमानी में खाली पड़ी करीब 8 हेक्टेयर भूमि को ब्रीडिंग सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है।
कितने क्षेत्र में क्या क्या बनाया जाएगा
8 हेक्टेयर ब्रीडिंग सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है। इसमें 58023 स् क्वेयर मीटर ग्रीन बेल्ट एरिया रखा जाएगा। 10485 स्क्वेयर मीटर में एनिमल हाउस, 932 क्वेयर मीटर में एक्सेप्ट एनिमल हाउसिंग, सर्कुलेशन का एरिया 10560 स्क्वेयर मीटर रखा गया है। टोटल एक्टिविटी एरिया 21977 स्क्वेयर मीटर होगा। इसमें 4 इनक्लोजर, 8 नंबर कराल्स और 20 सेल्स बनाए जाने का प्रस्ताव है। ब्रीडिंग सेंटर में 4 मेल और 4 फीमेल बाघ रखे जाएंगे। इन्हें नेशनल पार्क, रेस्क्यू कर टाइगर रिजर्व से लाया जाएगा।
अलग से स्टाफ की भी की जाएगी नियुक्ति
ब्रीडिंग सेंटर के लिए स्टाफ का भी प्रस्ताव भेजा गया गया है। यहां 1 रेंज आफीसर, 2 एनिमल कीपर, 4 असिस्टेंट एनिमल कीपर और 1 अटेंडेंट की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा वेटरनरी स्टाफ में असिस्टेंट वेटरनरी आफीसर का 1, लैब टेक्नीशियन का 1, एक्सरे टेक्नीशियन का 1, कम्पाउंटर का 1, कम्प्यूटर आपरेटर 1, एनिमल कीपर 2, अटेंटडेंट में 2, मीट कटर कम डिस्ट्रीब्यूटर 1, वैन ड्राइवर फर मीट डिस्ट्रिब्यूशन 1, अटेंडेंट 1, बायोलॉजिस्ट 1, अटेंडेंट 1 पद पर कर्मचारियों की जरूरत होगी। इसके अलावा 4 माली और 4 स्वीपर की भी डिमांड डीपीआर में की गई है। इसके अलावा और भी पदों पर कर्मचारियों की डिमांड शामिल है।


ब्रीडिंग सेंटर के प्रोजेक्ट पर कुल 24.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे
गोविंदगढ़ में बनने वाले टाइगर ब्रीडिंग सेंटर पर कुल 24 करोड़ 22 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसमें 32 लाख 89 हजार रुए एडमिनिस्ट्रेशन पर खर्च आएगा। पूरा प्रोजेक्ट तीन फेज में पूरा होगा। पहले फेज में 12 करोड़ 31 लाख खर्च होंगे। इसी तरह दूसरे फेज में 7 करोड़ 64 लाख और तीसरे फेज में 2 करोड़ 99 लाख का खर्च आएगा। यह राशि कंस्ट्रक्शन और डेव्हलपमेंट पर खर्च किया जाएगा।