महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर इस मामले में बन गया देश का दूसरा जू, जानकर रह जाएंगे हैरान

महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर देश का दूसरा ऐसा चिडिय़ाघर बन गया जहां 1 करोड़ से अधिक कीमत की चिडिय़ा रखी जाएंगी। करीब 4 करोड़ की लागत से भव्य वॉक इन एवियरी तैयार किया गया है। इसका शुभारंभ शुक्रवार को डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने किया। इस दौरान सतना और रीवा सांसद भी मौजूद रहे।

महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर इस मामले में बन गया देश का दूसरा जू, जानकर रह जाएंगे हैरान

3करोड़ 80 लाख की लागत से बन कर तैयार हुआ है एवियरी
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने किया एवियरी का लोकार्पण
रीवा। लोकार्पण के दौरान प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मुकुन्दपुर का महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि रीवा और सतना में हवाई सुविधा प्रारंभ होने पर यह सफारी खजुराहो और बनारस से सीधे पर्यटक सर्किट में जुड़ जायेगा। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इस एवियरी में लगभग एक करोड़ की कीमत के करीब एक हजार से अधिक प्रजाति के विदेशी पक्षी रखे जायेंगे। कार्यक्रम में सांसद सतना गणेश सिंह, रीवा जनार्दन मिश्रा, पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल, जिला पंचायत की वन समिति के सभापति हरीशकान्त त्रिपाठी, मैहर कलेक्टर रानी बाटड़, सीसीएफ रीवा राजेश राय, डीएफओ सतना विपिन पटेल, एसडीएम अमरपाटन आरती यादव सहित विभागीय अधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।


देश का यह दूसरा ऐसा एवियरी जहां 1 करोड़ के पक्षी रखे जाएंगे
    उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने व्हाइट टाइगर सफारी में 3 करोड 80 लाख रूपये की लागत से निर्मित विदेशी पक्षियों के बाड़े वॉक इन एवियरी का शिलापट्टिका का अनावरण कर विधिवत लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी मुकुन्दपुर जैसा चिडिय़ाघर और सफारी का प्राकृतिक रूप से काम्बीनेशन और कही नहीं दिखता है। उन्होंने कहा कि गुजरात के केवडिया के बाद देश का यह दूसरा एवियरी है। जहां लगभग एक करोड के विदेशी पक्षी रखे जायेंगे। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र में प्राकृति सौंदर्य की कमी नही है और यहां पर्यटन की अपार संभावनायें है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी में अभी वार्षिक रूप से लगभग साढे तीन लाख पर्यटक आते हैं। व्हाइट टाइगर सफारी की ब्राडिंग और आकर्षण बढाकर इसे 10 लाख पर्यटकों तक बढाया जायेगा। श्री शुक्ल ने कहा कि लगभग 46 साल बाद सफेद शेर हमारी विंध्य की धरती पर लौटा है। इनके विकास के लिए गोविन्द गढ में व्हाइट टाइगर सहित रायल टाइगर और यलो टाइगर, बब्बर शेर के भी ब्रिडिंग सेंटर बनाने के प्रयास किये जायेंगे।
450 वन्यप्राणी लाया जाना है, 250 आ चुके हैं
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी के प्राथमिक चरण में 40 बाडे विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी पशु-पक्षियों के लिए बनाये जाने थे। जिनमें 450 वन्यप्राणी लाये जाने का लक्ष्य रखा था। उन्होंने कहा कि प्राथमिक चरण में व्हाइट टाइगर का शेष कार्य रेपटाइल बाडा ही बनकर तैयार हो चुका है। जिसमें सरीसृप वर्ग के जीव-जंतु रखे जायेंगे। अब तक व्हाइट टाइगर में 250 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी आ चुके हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के चतुर्दिक विकास के लिए तीन प्रकार की क्रातियां हरित क्रांति, पर्यटन क्राति और औद्योगिक क्रांति जरूरी होती है। विंध्य क्षेत्र इन तीनों क्रातियों के साथ हिन्दुस्तान का सबसे शक्तिशाली और समृद्धशाली क्षेत्र बनेगा।
सिंगरौली से भोपाल तक कोरीडोर बन रहा है: सतना सांसद
    सांसद गणेश सिंह ने कहा कि मैहर जिले के मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी का निर्माण प्राकृतिक रूप से किया गया है। यह प्राकृतिक सौंदर्यता देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभायेंगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ चित्रकूट में यूनेस्को जियो पार्क की संभावनायें तलाशने का कार्य चल रहा है। जिसके लिए रानी अभ्यारण और पन्ना के टाइगर रिजर्व के बीच का 600 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि सिंगरौली, रीवा, सतना से होकर भोपाल तक कारीडोर भी बन रहा है। इसके अलावा सतना और रीवा की दूरियां कम होने से दोनों के बीच एक मेट्रो सिटी बनाने की कल्पना भी की गई है। सांसद ने कहा कि जिले में औद्योगिक विकास हरित क्रांति और पर्यटन क्रांति की सीमित संभावनायें है। विंध्य क्षेत्र में स्थापित व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर में केवडिया की तर्ज पर दुर्लभ प्रजाति के पशु-पक्षी रखे जायेंगे। जिससे विदेशी पर्यटक भी इस ओर आकर्षित होंगे। सांसद रीवा जनार्दन मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में भी चर्चा के दौरान मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी का नाम बडे आदर के साथ लिया जाता है। विदेशी पक्षियों के यहां आने से देश और दुनिया के एक मात्र टाइगर सफारी के रूप में जानी जायेगी।
सीसीएफ ने दी एवियरी की जानकारी
सीसीएफ रीवा राजेश राय ने बताया कि व्हाइट टाइगर सफारी में वाक इन एवियरी का निर्माण 2 वर्ष पहले शुरू किया गया था। 3200 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में 14 मीटर ऊँचाई के इस डोम के आकर की संरचना का एग्जाटिक स्ट्रेक्चर यूनिक और देश की सर्वश्रेष्ठ एवियरी में शामिल है। एवियरी के लिए 14 लाख के विदेशी पक्षी अडानी ग्रुप और 6 लाख रूपये के अल्ट्राटेक ने प्रदान किये है। एनटीपीसी और एनसीएल द्वारा लगभग 80 लाख रूपये के विदेशी पक्षी एवियरी के लिये दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि गत सप्ताह यहां 18 विदेशी पर्यटक ताइवान और थाईलैण्ड देश के आ चुके हैं। जिन्होंने व्हाइट टाइगर सफारी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी की ब्राडिंग के लिए ताज होटल ग्रुप और वाराणासी प्रयागराज, खजुराहो की एयर कनेक्टविटी के प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यक्रम को पूर्व राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल ने भी संबोधित किया।