माशिमं ने उठाया बड़ा कदम, बोर्ड परीक्षा में इन स्कूलों के शिक्षक नहीं कर पाएंगे ड्यूटी, पूरी तरह से रोक लगाई

बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक मामलों को रोकने के लिए माशिमं ने कई बड़े फैसले लिए हैं। इस बोर्ड परीक्षा में प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों को पूरी तरह से दूर कर दिया गया है। प्राइवेट शिक्षकों की ड्यूटी पर्यवेक्षकीय कार्य तो दूर सहायक केन्द्राध्यक्ष के लिए भी नहीं लगाई जाएगी। बोर्ड परीक्षा के दौरान आसपास भी प्राइवेट स्कूल के शिक्षक नजर नहीं आएंगे।

माशिमं ने उठाया बड़ा कदम, बोर्ड परीक्षा में इन स्कूलों के शिक्षक नहीं कर पाएंगे ड्यूटी, पूरी तरह से रोक लगाई
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भले ही प्राइवेट स्कूल परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं लेकिन प्राइवेट शिक्षक नहीं करेंगे ड्यूटी
पेपर लीक जैसी घटना को रोकने के लिए उठाया गया सख्त कदम
रीवा। ज्ञात हो कि 7 फरवरी को अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल मप्र भोपाल कीे वीसी बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में अध्यक्ष ने कलेक्टर से लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए थे। वीसी में साफ तौर पर कहा गया है कि मंडल द्वारा आयोजित हाई और हायर सेकेण्डरी परीक्षा 2025 में किसी भी कार्य में अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। इतना ही नहीं जिन प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनराया भी गया है। वहां भी अशासकीय शिक्षकों को सहायक केन्द्राध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। परीक्षा की सारी ड्यूटी शासकीय शिक्षक ही करेंगे। इस निर्देश का पालन करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी रीवा सुदामा लाल गुप्ता ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में पत्र जारी किया है। साथ ही सभी बीईओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने विकासखंड में आने वाले ऐसे परीक्षा केन्द्र जो प्राइवेट स्कूलों में बनाए गए हैं। उनका निरीक्षण करें। प्राइवेट स्कूलों में बनाए गए परीक्षा केन्द्रों में 20 छात्रों पर एक पर्यवेक्षक के मान से शासकीय शिक्षकों की ड्यूटी तय कर लें। इसके अलावा प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में 3-3 अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की ड्यूटी रिजर्व के लिए भी लगाई जाएगी। एमरजेंसी में यदि कोई पर्यवेक्षक नहीं आता है तो रिजर्व के शिक्षकों का उपयोग किया जा सके।