महापौर पर झूठे वादे का आरोप, पार्षद ने कहा ना टैक्स हुआ कम और ना ही मिल रहा मीठा पानी

नगर निगम महापौर रीवा अजय मिश्रा बाबा पर वार्ड पार्षद 13 ने झूठे वादे करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले वोट के लिए महापौर ने टैक्स माफी और हर घर मीठा पानी पहुंचाने की बात कही थी। 1 साल बीत गए लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। नेहरू नगर के लोगों को मीठा पानी नसीब नहीं हो रहा है। वार्ड में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं है।

महापौर पर झूठे वादे का आरोप, पार्षद ने कहा ना टैक्स हुआ कम और ना ही मिल रहा मीठा पानी
महापौर रीवा अजय मिश्रा बाबा

टैक्स माफी और मीठा पानी घर तक पहुंचाने का दिखाया सपना लेकिन पूरा नहीं कर पाए

रीवा। वार्ड क्रमांक 13 नेहरू नगर कहने को तो रिहायशी क्षेत्र है।यहां बड़े-बड़े अधिकारी डॉक्टर इंजीनियर, विधायक, तक के मकान बने हुए हैं लेकिन नेहरु नगर को मूलभूत सुविधाओं का भी मोहताज होना पड़ रहा है । लोगों से भारी भरकम नगर निगम टैक्स तो वसूलता है लेकिन सुविधाएं कुछ नहीं मिल पा रहीं। यही वजह है कि यहां के लोगों को पानी के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा । नेहरु नगर के लोकगीत थी कि इस बार महा पक्की कुर्सी पर बदलाव हुआ है तो उनकी समस्याएं भी सुलझ जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया यही वजह है कि वार्ड पार्षद नम्रता संजय सिंह ने खुलकर बगावत शुरू कर दी है। उन्होंने कांग्रेस के महापौर अजय मिश्रा बाबा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक वर्ष हो गया महापौर जी को बने। इस वर्ष भीषण गर्मी मे नेहरू नगर के साथ साथ लगभग रीवा के समस्त वार्डो मे पानी के लिए बूँद बूंद को लोग तरसते रहे। सी एम आर कंपनी ने टेंडर 2022 में डाला। निविदा 24 प्रतिशत में था। लक्ष्मी इंजीनियरिंग ग ने 30 प्रतिशत में टेंडर डाला था। पिछले वर्ष का टेंडर इस वर्ष निरस्त किया गया । टेंडर ,निरस्त होने से रीवा के लोगों को मीठा पानी का सपना अधूरा रह गया। नई टंकी का प्रोजेक्ट रूक गया । वार्ड 13 की पार्षद नम्रता संजय सिंह का आरोप है कि निगम के महापौर को इस टेंडर को जनहित में देखते हुए एम आई सी व परिषद से पास कराने की आवश्यकता थी । किन्तु महापौर ने ऐसा न कर समस्याएं और बढ़ा दी हैं। उनके चक्कर में रीवा की जनता अब फिर साल दो साल गंदा बदबूदार पानी पीने को मजबूर होगी ।

यह टैक्स ले रहे लेकिन सुविधा जीरो

वार्ड पार्षद नम्रता संजय सिंह का आरोप है कि पानी का प्रति कनेक्शन प्रति माह 175 रूपये बिल है ।चाहे गंदा पानी आये चाहे न आये वह वसूला जाता है।

रीवा में सम्पति टैक्स तीन गुना हो गया । रीवा नगर मे चाहे भाजपा हो चाहे कांग्रेस दोनों के महापौर आम जनता को गुमराह करते आ रहे हैं। नेहरू नगर में खारा पानी 40 प्रतिशत में न आता होता तो 

सबसे ज्यादा टैक्स देने वाली कालोनी के लोग पानी की समस्या को लेकर घर छोड़ने के लिए मजबूर हो जाते । अब तक जितने भी महापौर आए हवा-हवाई वायदे किए और कार्यकाल पूरा कर चले गये। जनता वैसे ही जूझ रही है।